27 मार्च,2015 को दिया गया भारत रत्न
स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार किसी को भारत रत्न से सम्मानित करने के लिए राष्ट्रपति ने अपना प्रोटोकॉल तोड़ा था। तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 27 मार्च को नई दिल्ली स्थित छह कृष्णा मेनन मार्ग पर पहुंचे और पूर्व पीएम अटल बिहारी वायपेयी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न प्रदान किया।
तो यही बन गई जीवित अटल की आखिरी तस्वीर
खराब स्वास्थ्य की वजह से वाजपेयी लंबे समय से सार्वजनिक जीवन से दूर रहे थे। जिसकी वजह से उनकी कोई नई तस्वीर मीडिया में मौजूद नहीं थी। भारत रत्न प्रदान करते हुए भी सरकार की ओर से जो तस्वीर जारी की गई, वो अटल के जीवित रहते आखिरी तस्वीर बताई जाती है।
3 बार रह चुके भारत के प्रधानमंत्री
बता दें कि वाजपेयी 3 बार प्रधानमंत्री रहे। वह पहली बार 1996 में प्रधानमंत्री बने और उनकी सरकार सिर्फ 13 दिनों तक ही चल पाई थी। 1998 में वह दूसरी बार प्रधानमंत्री बने, तब उनकी सरकार 13 महीनों तक चली थी। 1999 में वाजपेयी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने और 5 सालों का कार्यकाल पूरा किया।
पिछले 36 घंटे में बिगड़ी सेहत
पिछले 36 घंटे से उन्हें एम्स में जीवन रक्षक प्रणाली (लाइफ सपोर्ट सिस्टम) पर रखा गया था। उनकी हालत बुधवार रात से ही काफी नाजुक बनी हुई थी। 11 जून को एम्स में भर्ती होने के बाद से ही प्रधानमंत्री मोदी समेत देश के कई वरिष्ठ नेता और मंत्री भी वाजपेयी का हाल-चाल जानने एम्स पहुंचे थे। उनकी नाजुक हालत की खबर मिलते हीं देशभर में दुआओं का दौरा शुरू हो गया था। इससे पहले एम्स ने बयान जारी कर कहा था कि उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है।