मामले में 3,000 लोगों पर मुकदमा दर्ज
एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने इस संबंध में छह मामले दर्ज किए हैं जिनमें लगभग 3,000 अज्ञात लोगों पर आग लगने, दंगों और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के चलते कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस महानिरीक्षक ने माना पुलिसवालों से हुई चूक
मराठवाड़ा क्षेत्र में शहर की स्थिति की समीक्षा करने के बाद पुलिस महानिरीक्षक बिपिन बिहारी ने स्वीकार किया कि पुलिस हिंसा फैलाने और दंगाइयों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रही है।
दंगे का एक सनसनीखेज वीडियो आया था सामने
11 मई भड़के दंगे ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। लेकिन इस दंगे को कुछ दिन बाद एक सनसनीखेज वीडियो सामने आया था। वीडियो ने सोशल मीडिया से लेकर हर जगह हलचल मचा दी है। वीडियो में दिखाई दे रहा था कि पुलिसवालों ने दंगाइयों को रोकने की कोई कोशिश नहीं की बल्कि उनके साथ खड़े रहे। ये वीडियो उस समय का है जब दंगाई नवाबपुरा में वाहनों और दुकानों में आग रहे थे।
औरंगाबाद दंगे में वीडियो से हुआ अब तक का बड़ा खुलासा, पुलिस वालों की शह पर भड़का था दंगा
इस मामूली बात पर भड़का था ये विवाद
मामूली बातों को लेकर हुआ था विवाद पुलिस के अनुसार शुक्रवार को पानी को लेकर एक झगड़े ने दोनों समुदायों के बीच सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया।देखते ही देखते औरंगाबाद शहर के गांधीनगर, राजाबाजार और शाहगंज इलाकों में हिंसा फैल गयी। शुक्रवार की रात दो समुदायों में जमकर पत्थरबाजी हुई और एक दूसरे के व्यापारिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया।