इस बारे में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने एक ट्वीट भी किया। उन्होंने लिखा कि 25 मई को 30,000 यात्रियों के साथ घरेलू उड़ानें शुरू की गई थीं। 8 नवंबर 2020 को घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 2.06 लाख पहुंच गई है। यात्रियों की बढ़ती मांग को देखते हुए इसे 60 फीसदी क्षमता तक ही ऑपरेट करने की अनुमति दी गई थी। मगर लोगों की संख्या में लगातार इजाफे को देखते हुए सरकार ने इसकी सीमा को बढ़ाकर 70 फीसदी करने का फैसला लिया है। उम्मीद की जा रही है कि अप्रैल 2021 इस छूट को बढ़ाया जाएगा। जिससे क्षमता दोबारा 100 फीसदी हो जाएगी। इससे घरेलू उड़ान सेवा को कोरोना संकट से पहले के हालात में लौटने में मदद मिलेगी।
तीन बार बढ़ाई गई क्षमता
लॉकडाउन के दौरान हवाई यात्रा पर रोक लगाने से लोगों को आने—जाने में काफी दिक्कतें हो रही थी। करीब दो महीने तक घरेलू उड़ाने पूरी तरह स्थगित थी। इसके बाद सरकार ने 25 मई से घरेलू उड़ान सेवा को बहाल किया। उस दौरान एयरलाइंस कंपनियों को अधिकतम 33 फीसदी क्षमता के साथ ही फ्लाइट्स ऑपरेट करने की छूट दी गई थी। इसके बाद मांग बढ़ने पर सरकार ने 26 जून को इसकी सीमा को बढ़ाकर 45 फीसदी और 2 सितंबर को 60 फीसदी कर दिया। इसके बाद पिछले हफ्ते सरकार की ओर से कहा गया कि ये सीमा 24 फरवरी 2021 तक लागू रहेगी।
लॉकडाउन के दौरान हवाई यात्रा पर रोक लगाने से लोगों को आने—जाने में काफी दिक्कतें हो रही थी। करीब दो महीने तक घरेलू उड़ाने पूरी तरह स्थगित थी। इसके बाद सरकार ने 25 मई से घरेलू उड़ान सेवा को बहाल किया। उस दौरान एयरलाइंस कंपनियों को अधिकतम 33 फीसदी क्षमता के साथ ही फ्लाइट्स ऑपरेट करने की छूट दी गई थी। इसके बाद मांग बढ़ने पर सरकार ने 26 जून को इसकी सीमा को बढ़ाकर 45 फीसदी और 2 सितंबर को 60 फीसदी कर दिया। इसके बाद पिछले हफ्ते सरकार की ओर से कहा गया कि ये सीमा 24 फरवरी 2021 तक लागू रहेगी।