Ram Temple निर्माण पर क्या बोले Ayodhya मामले की जांच के लिए गठित लिब्रहान आयोग के प्रमुख शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान मंच पर पीएम के अलावा सिर्फ चार लोग ही और मौजूद रहेंगे। इनमें संघ प्रमुख मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ( anandiben patel ), मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ( UP CM Yogi Adityanath ) और ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास ( Mahant Nritya Gopal Das ) शामिल हैं। आयोजक राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कहा है कि कोरोना (
Coronavirus Pandemic ) की वजह से 90 वर्ष से अधिक उम्र के लोग इस कार्यक्रम के दौरान मौजूद नहीं रह सकेंगे। अयोध्या आंदोलन का नेतृत्व करने वाले लाल कृष्ण आडवाणी ( Lal Krishna Advani ) 92 साल के हो चुके हैं। इस तरह उनके कार्यक्रम में भाग लेने की संभावना नहीं रह गई है।
कार्यक्रम का पहला आमंत्रण पत्र इकबाल अंसारी ( iqbal ansari on ram mandir ) को दिया गया है जो राम जन्मभूमि के अदालती विवाद में पक्षकार थे। इसी तरह पद्म श्री से सम्मानित और हजारों लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुके मोहम्मद शरीफ को भी कार्यक्रम का न्योता दिया गया है।
पीएम मोदी का कार्यक्रम बुधवार को अपराह्न् 12.30 बजे शुरू होने वाले पूजन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘शिला पूजन’, ‘भूमि पूजन’ और ‘कर्म शिला पूजन’ करेंगे। मुख्य पूजा अपराह्न 12.44 और 12.45 बजे के बीच 32-सेकंड के दौरान ‘अभिजीत मुहूर्त’ में आयोजित होगी। ऐसा माना जाता है कि भगवान राम का जन्म इसी मुहूर्त में हुआ था। पीएम मंदिर निर्माण की शुरुआत के प्रतीक के रूप में 40 किलो की चांदी की ईंट रखेंगे।
राम मंदिर के भूमि पूजन से पहले भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल की बड़ी मांग, दिल्ली की बाबर रोड का बदला जाए नाम अयोध्या में पीएम मोदी के लगभग तीन घंटे बिताने की संभावना है। पीएम दिल्ली से पूर्वाह्न 10.35 बजे लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां से हेलीकॉप्टर से अयोध्या के लिए तुरंत रवाना होंगे। 11.30 बजे साकेत महाविद्यालय में उनका हेलिकॉप्टर उतरेगा। फिर पीएम 11.40 बजे हनुमान गढ़ी मंदिर जाएंगे। यहां वह 10 मिनट के लिए प्रार्थना करेंगे। इसके बाद राम जन्मभूमि परिसर में जाएंगे। यहां राम लला विराजमान के दर्शन करेंगे।
पीएम मोदी 12.10 बजे मंदिर परिसर में ‘पारिजात’ का पौधा लगाएंगे। इसके बाद भूमिपूजन समारोह के लिए रवाना होंगे।
12.45 बजे समारोह संपन्न होने के बाद पीएम मोदी करीब एक घंटे तक संतों को संबोधित करेंगे। फिर पीएम करीब दो बजे लखनऊ के लिए उड़ान भरेंगे और फिर वहां से दिल्ली लौटेंगे।
पीएम के जाने के बाद ही पहुंचेंगी उमा भारती राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान बहुत अहम भूमिका निभा चुकी भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ( Uma Bharti ) ने मुख्य कार्यक्रम में शामिल नहीं होने की घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि वे कोरोना के खतरे को देखते हुए मुख्य कार्यक्रम के दौरान अयोध्या में सरयू नदी के तट पर रहेंगी और पीएम मोदी के वहां से चले जाने के बाद ही आएंगी।
दिग्विजय ने मुहूर्त और क्वारंटीन पर सवाल उठाया कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने शंकराचार्य स्वरूपानंद का हवाला देते हुए शिलान्यास कार्यक्रम के मुहूर्त पर सवाल उठाया है। गृह मंत्री अमित शाह के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद से यह आशंका जताई जा रही थी कि अयोध्या के कार्यक्रम को कुछ समय के लिए टाला जा सकता है।
कोरोना मरीजों के लिए सबसे बड़ी खुशखबरी, इलाज के लिए भारत में इकलौती और सस्ती दवा FluGuard लॉन्च दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर के कहा, “इन हालात में क्या उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और भारत के प्रधानमंत्री को क्वारंटीन नहीं होना चाहिए? क्या क्वारंटीन में जाने की बाध्यता केवल आम जनता के लिए है? प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री के लिए नहीं है? क्वारंटीन की समय सीमा 14 दिवस की है।”