हालांकि भारत ने पाकिस्तान को लताड़ लगाते हुए साफ-साफ शब्दों में दो टूक कह दिया कि हमारे आंतरिक मामले में दखल न दें। विदेश मंत्रालय ने शनिवार को अयोध्या मामले पर पाकिस्तान की टिप्पणी को अनुचित और निराधार बताते हुए उसे खारिज कर दिया।
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भारत ने कहा कि यह एक दीवानी मामला है, जो पूरी तरह से आंतरिक है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पाकिस्तान की अनुचित व निराधार टिप्पणी को खारिज करते हैं। यह पूरी तरह से भारत का आंतरिक मामला है।
धर्म के आधार पर किया गया अयोध्या फैसला: पाकिस्तान
आपको बता दें कि अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट की ओर से फैसला आने के बाद पाकिस्तान ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अयोध्या पर यह फैसला न्याय की मांग को कायम करने में नाकाम रहा है।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने भारत के सुप्रीम कोर्ट की ओर से अयोध्या भमि विवाद मामले में फैसले पर ‘गंभीर चिंता’ जाहिर की और विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा कि फैसला ‘एक बार फिर न्याय की मांग को कायम रहने में विफल रहा है।’
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पाकिस्तान ने आगे यह भी कहा कि इस फैसले ने तथाकथित भारत के धर्मनिरपेक्षता के दिखावे को साफ कर दिया है कि भारत में अल्पसंख्यक अब सुरक्षित नहीं हैं। उन्हें अपनी आस्था व पूजा स्थलों को लेकर डरना होगा।
बता दें कि विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के इस टिप्पणी पर करारा जवाब दिया और पाकिस्तान की निंदा करते हुए कहा गया कि फैसला कानून के शासन से संबंधित है और सभी धर्मों व अवधारणाओं का समान आदर करता है।
बयान में कहा गया कि पाकिस्तान में समझ की कमी आश्चर्य की बात नहीं है। उनकी हमारे आंतरिक मामलों पर टिप्पणी की मजबूरी पूरी तरह से नफरत फैलाने की मंशा से है, जो निंदनीय है।