scriptअयोध्या फैसला: धर्मगुरुओं ने NSA अजीत डोभाल से की मुलाकात, शांति-सद्भावना के लिए जारी किया साझा बयान | Ayodhya verdict: religious leaders meet NSA Ajit Doval, shared statement for peace and goodwill | Patrika News

अयोध्या फैसला: धर्मगुरुओं ने NSA अजीत डोभाल से की मुलाकात, शांति-सद्भावना के लिए जारी किया साझा बयान

locationनई दिल्लीPublished: Nov 10, 2019 05:24:51 pm

Submitted by:

Anil Kumar

एनएसए अजीत डोभाल ने कई धर्म गुरुओं के साथ अपने आवास में की मुलाकात
सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को अयोध्या मामले पर फैसला सुनाया था

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नई दिल्‍ली। अयोध्या मामले पर देश की सर्वोच्च अदालत ने शनिवार को एक ऐतिहासिक फैसला दिया, जिसके बाद से अब देशभर में प्रतिक्रियाएं आ रही है। हर वर्ग विशेष के लोग अपने-अपने मन की बात कर रहे हैं। हालांकि देश भर में किसी तरह से सौहार्दपूर्ण वातावरण खराब न हो इसके लिए सरकार और प्रशासन ने एहतियातन कदम पहले से ही उठाए थे।

अब सरकार की ओर से एक और पहल किया गया है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने विभिन्न धर्मगुरुओं के साथ मुलाकात की है। धर्म गुरु अजीत डोभाल के आवाल पर मिलने पहुचे थे। मुलाकात के बाद धर्मगुरुओं ने साझा बयान जारी किया है।

‘राम जन्मभूमि न्यास के डिजाइन से होगा राम मंदिर का निर्माण’

साझा बयान में कहा गया है कि अयोध्या फैसले के बाद देश और देश के बाहर कई ऐसे शरारती तत्व हैं जो माहौल और आपसी सौहार्द को खराब करने व भड़काने की कोशिश कर सकते हैं और देश की एकता को भंग करने का काम कर सकते हैं। लिहाजा हम सब देश में शांति व सदभावना कायम करने के लिए एक साथ आए हैं।

अजीत डोभाल ने कहा कि समाज में भाईचारा और सौहार्द बढ़ाने के लिए शीर्ष धर्मगुरुओं की मुलाकात से मदद मिली। बता दें कि अजीत डोभाल ने बाबा रामदेव, स्वामी परमात्मानंद, अवधेशानंद गिरि, शिया मुस्लिम धर्म गुरु मौलाना कल्बे जवाद, मौलाना अरशद मदनी और स्वामी चिदानंद सरस्वती से मुलाकात की।

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बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला देते हुए विवादित भूमि को राम जन्मभूमि न्यास को सौंप दिया है, जबकि सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या में किसी अन्य जगह पर 5 एकड़ भूमि देने का आदेश दिया गया है।
कोर्ट ने कहा है कि केंद्र और राज्य सरकार इस बात को सुनिश्चित करें कि मुस्लिम पक्ष को जमीन मिले और तीन महीने के अंदर एक ट्रस्ट बनाकर मंदिर निर्माण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाए।
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