अधिकारियों के मुताबिक सारण ( Saran district ) में पांच, पटना और नवादा ( nawada district ) में दो-दो लोगों की मौत हुई, जबकि लखीसराय और जमुई जिले में एक-एक व्यक्ति की जान चली गई। इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( Bihar CM Nitish Kumar ) ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को अनुग्रह राशि के रूप में 4 लाख रुपये देने की घोषणा की।
कोरोना मृतकों के शव गड्ढे में फेंकने का कांग्रेस नेता का वीडियो हुआ वायरल, मचा हड़कंप तो सीएम हुए सक्रिय सारण में अलग-अलग घटनाओं में एक परिवार के तीन लोगों समेत पांच लोगों की मौत हो गई और दो महिलाएं घायल हो गईं। महामदा गांव में पहली घटना तब हुई जब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी 50 लोगों से कोरोना वायरस का नमूना एकत्र कर रहे थे। बिजली गिरने से महिला और नाबालिग समेत परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। दमकल कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस संबंध में सारण जिला पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार दोपहर में हुई बारिश के दौरान गरखा थाना क्षेत्र के महमदा गांव में आसमानी बिजली गिरी। इस वज्रपात की चपेट में आने से तीन लोगों की जान चली गई, जबकि रामगढ़ा गांव में एक व्यक्ति की मौत हो गई। पुलिस ने इन मृतकों की पहचान महमदा गांव के ठाकुर राय, सरोजा देवी, रवि कुमार और रामगढ़ा गांव के रामायण साह के रूप में हुई है।
गोरखा के सर्कल अधिकारी, मोहम्मद इस्माइल ने कहा कि पानापुर की दो महिलाएं बिजली गिरने से घायल हो गईं। राज्य सरकार के निर्देश पर उन्होंने तुरंत प्रत्येक परिवार को 4 लाख रुपये का चेक प्रदान किया।
नवादा में एक पुरुष और महिला सहित दो व्यक्तियों की अलग-अलग मौत हो गई। आदमी अपने खेत में काम कर रहा था, जबकि महिला लकड़ी इकट्ठा करने के बाद एक जंगल से आ रही थी। नवादा बाईपास में खेत में भैंस चरा रहे मंगर बिगहा मोहल्ले के योगेंद्र यादव की वज्रपात की चपेट में आने से मौत हो गई। जबकि अकबरपुर थाना क्षेत्र के गेरांडी गांव में उगंता देवी की मौत भी बिजली गिरने से हो गई।
राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम मोदी ने की सबसी बड़ी घोषणा, 80 करोड़ लोगों को नवंबर तक मिलेगी यह सुविधा दूसरी तरफ ग्रामीण पटना में एक 15 वर्षीय लड़के की उस समय मौत हो गई, जब वह गोपिता गांव में एक आम के बाग में बैठा था। जबकि एक अन्य व्यक्ति की मौत भी बिजली गिरने से हो गई। वह व्यक्ति बरह के बिहारी बिगहा इलाके में अपनी छत पर सो रहा था।
गौरतलब है कि चार दिन पहले ही बिहार में आसमानी बिजली की चपेट में आने से 96 लोगों की मौत हो गई थी। ताजा आंकड़ों को मिला लें तो पांच दिन के भीतर प्रदेश में 107 लोगों की जान बिजली गिरने से हुई है।