जानकारी के मुताबिक, इस बार बिहार में 12.05 लाख छात्र और छात्राएं परीक्षा दे रहे हैं। बिहार राज्य परीक्षा समिति के चेयरमैन आनंद किशोर ने बताया है कि हर साल की तरह इस साल भी परीक्षा केंद्रों में छात्र और छात्राओं को जूते और मोजे पहनकर परीक्षा देना वर्जित है। इसके अलावा इस बार छात्रों की आसंर सीट के साथ-साथ ओएमआर सीट पर भी पोटो चिपाकाए जाएंगे। यहां आपको बता दें कि बिहार में पिछले कई वर्षों से परीक्षा के दौरान नकल की घटनाएं सामने आती रही हैं जिसके मद्देनजर पिछले कुछ सालों से बिहार राज्य परीक्षा समिति ने छात्र और छात्राओं के जूते और मोजे पहनकर परीक्षा देने पर रोक लगाया हुआ है। हालांकि, इसके बावजूद नकल की खबरें सामने आती रहती हैं।
इसके अलावा बोर्ड ने परीक्षा केंद्रों में परीक्षार्थियों को किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक सामान साथ ले जाने पर भी रोक लगाई गई है। आनंद किशोर ने बताया कि परीक्षा केंद्र में प्रवेश से पहले सभी परीक्षार्थियों को ठीक तरीके से जांच की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उसके पास कदाचार करने का कोई भी सामान मौजूद ना हो। अब देखना यह है कि इतनी पाबंदी के बाद नकल पर नकेल कसती है या फिर कदाचार होगा।