किसानों का 22 अरब का नुकसान
पटना प्रकृति ने एक बार फिर किसानों के मंसूबे पर पानी फेर दिया। राज्य में चार लाख हेक्टेयर से अधिक रकबे की फसल पानी में डूबी हुई है। जल्द पानी निकल गया तो कुछ फसल बचाई जा सकती है, अन्यथा किसानों को 22 अरब
रूपए का चूना लग जाएगा।
पटना प्रकृति ने एक बार फिर किसानों के मंसूबे पर पानी फेर दिया। राज्य में चार लाख हेक्टेयर से अधिक रकबे की फसल पानी में डूबी हुई है। जल्द पानी निकल गया तो कुछ फसल बचाई जा सकती है, अन्यथा किसानों को 22 अरब
रूपए का चूना लग जाएगा।
मुख्यमंत्री ने किया हवाई सर्वेक्षण गौरतलब है कि बिहार में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ से अबतक 119 लोगों की मौत हो जाने के साथ ही अब तक 15 जिलों की 98 लाख आबादी प्रभावित हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गोपालगंज, बगहा, बेतिया, रक्सौल तथा मोतिहारी का हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ ग्रस्त इलाकों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने बेतिया हवाई अड्डा स्थित हेलीपैड पर पश्चिम चम्पारण जिले में आयी बाढ़ के उपरान्त जिला प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों की स्थिति को भी देखा। उन्होंने कहा कि पश्चिम चम्पारण में फ्लैश फ्लड के चलते तबाही हुयी है। मुख्यमंत्री ने राहत एवं बचाव कार्य तीव्र गति से चलाने एवं हर जरूरतमंद लोगों को त्वरित मदद पहुंचाने का निर्देश दिया।