सुधार गृह से भागने के लिए बच्चों ने 20 फिट ऊंची छत से छलांग लगा दी। छत से छलांग लगाने की वजह से दोनों बच्चों को गहरी चोट आई है। बच्चों ने जब भागने के लिए छत से छलांग लगाई तो वहां आस पास के लोगों ने उन्हें देख लिया। लोगों ने बच्चों को उठाया और बाल सुधार गृह को इसकी सूचना दी। सूचना मिलने के बाद बाल सुधार गृह से लेकर जिला प्रशासन के लोगों की हाथ पांव फूल गए।
सीडीपीओ राजपुर को बच्चों ने बताया कि उन्हें बुरी तरह से पीटा जाता है। बच्चों ने बताया कि उन्हें डराया जाता है कि अगर किसी बाहरी के सामने उन्होंने मुंह खोला तो हाथ-पैर तोड़ दिए जाएंगे। रात को सोने नही दिया है। बच्चों से दिन और रात में मजदूरों की तरह काम कराया जाता है। इस मामले में राजपुर सीडीपीओ, पदाधिकारी के आदेश के बाद बाल सुधर गृह पहुंच कर मामले में पूछताछ कर छानबीन शुरू कर दी है। सीडीपीओ बताया है कि इस मामले में दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जांच बैठा दी गई है। दोषी अधिकारियों के बख्शा नहीं जाएगा।