रक्षा सुधार के लिए कारगिल युद्ध पर बनी कमेटी की सिफारिश के बाद इसकी मांग की जा रही थी। लेकिन, किसी कारणवश यह मांगें पूरी नहीं हो सकी। लेकिन, गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साफ इसका रास्ता साफ कर दिया।
पीएम मोदी ने जैसे ही CDS की घोषणा की अटकलें तेज हो गई कि आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत इस पद की रेस में सबसे आगे हैं। हालांकि, अभी तक इस मामले को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
पढ़ें- तीनों सेनाओं का सेनापति होगा चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ: पीएम मोदी सीडीएस पांच सितारा जनरल होगा जो थल सेना, वायुसेना और नौसेना के उपर का रैंक होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक शीर्ष स्तरीय कार्यान्वयन समिति नवंबर तक सीडीएस के तौर-तरीकों और भूमिका को स्पष्ट करेगी। क्योंकि, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं जबकि जनरल रावत का कार्यकाल 31 दिसंबर तक है।
हालांकि, अभी सीडीएस को सेनाध्यक्षों के बराबर का रैंक मिलेगा। डिफेंस क्षेत्र के एक बड़े तबके का मानना है कि भारत को 5 स्टार CDS की जरूरत है जिसके पास पूरा ऑपरेशन कंट्रोल भी हो, लेकिन कुछ का मानना है कि इस पद पर लंबे वक्त से चले आ रहे राजनीतक-ब्यूरोक्रैटिक विचार-विमर्श के कारण ऐसा होना मुश्किल है।
चीफ ऑफ डिफेंस पद बन जाने के बाद युद्ध के समय तीनों सेनाओं के बीच समन्वय स्थापित हो पाएगा। युद्ध के समय सिंगल प्वॉइंट आदेश जारी किया जा सकेगा, जिसका मतलब तीनों सेनओं को एक ही जगह से आदेश जारी होगा। इससे सेना की रणनीति पहले से अधिक प्रभावशाली हो जाएगी। अब देखना यह है कि देश के ‘चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ’ कौन होते हैं?