मंगलवार को चुनाव आयोग ने जारी की थी अधिसूचना पार्टी हाईकमान की तरफ से इन नामों की घोषणा के बाद ये तय हो गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधानपरिषद का चुनाव लड़कर ही सदन में जाएंगे। अभी तक ये माना जा रहा था कि योगी आदित्यनाथ अयोध्या सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। योगी के अलावा डिप्टी सीएम केशव मौर्या, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और मोहसिन रजा भी विधान परिषद का चुनाव ही लड़ेंगे। आपको बता दें कि इससे पहले विधान परिषद की 5 खाली सीटों पर उपचुनाव के लिए मंगलवार को चुनाव आयोग की तरफ से अधिसूचना जारी की गई थी।
15 सितंबर को होगा मतदान अधिसूचना के मुताबिक, नॉमिनेशन फाइल करने की आखिरी तारीख 5 सितंबर होगी। वहीं नॉमिनेशन वापस लेने की अंतिम तारीख 8 सितंबर होगी। उसके बाद 15 सितंबर को MLC उपचुनाव के लिए वोटिंग होगी और नतीजे भी इसी दिन घोषित कर दिए जाएंगे।
CM योगी और अन्य मंत्रियों के पास 6 महीने का था वक्त आपको बता दें कि राज्य सरकार में मुख्यमंत्री या मंत्री बनने के लिए किसी भी नेता को विधानमंडल के दोनों सदनों ( विधानसभा व विधानपरिषद) में से किसी एक का सदस्य होना अनिवार्य है। यदि मुख्यमंत्री या मंत्री पद की शपथ ग्रहण करते समय कोई व्यक्ति दोनों सदनों में से किसी सदन का सदस्य नहीं है, तो उसे 6 महीने की सीमा के अंदर उसे विधानमंडल या फिर विधानपरिषद में से किसी एक सदन की सदस्यता ग्रहण करनी होती है। सीएम योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, राज्य सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और मोहसिन रजा फिलहाल विधानसभा या फिर विधानपरिषद के सदस्य नहीं हैं। इन सभी नेताओं की ये समयसीमा 19 सितंबर को खत्म हो रही है।
सपा के 4 और BSP के 1 MLC के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी सीटें वहीं उत्तरप्रदेश की जिन 5 सीटों पर MLC का उपचुनाव होगा वो सीटें सपा के चार MLC बुक्कल नवाब, यशवंत सिंह, सरोजिनी अग्रवाल और अशोक बाजपेयी व बसपा के एक MLC ठा़. जयवीर सिंह के इस्तीफे के बाद खाली हुई हैं। ये सभी नेता समाजवादी पार्टी के थे और अब सभी बीजेपी में शामिल हो चुके हैं।