त्रिपुरा में क्षेत्रीय दलों से चुनाव पूर्व गठबंधन से भाजपा का इंकार
Published: Dec 12, 2016 02:06:00 pm
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विप्लव देव ने सोमवार यहां एक बयान में कहा कि क्षेत्रीय दलों के अपने स्थानीय मुद्दे होते हैं
अगरतला। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की त्रिपुरा इकाई ने इंडीजनस नेशनलिस्ट पार्टी ऑफ त्रिपुरा (आईएनपीटी) और इंडीजनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) सहित दूसरी क्षेत्रीय दलों के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन को खारिज किया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विप्लव देव ने सोमवार यहां एक बयान में कहा कि क्षेत्रीय दलों के अपने स्थानीय मुद्दे होते हैं, जो कि भाजपा जैसी राष्ट्रीय पार्टी की छवि के साथ मेल नहीं खाता।
फिलहाल भाजपा राज्य के आदिवासी इलाकों में अपनी पैठ बढ़ाने और वहां के लोगों का समर्थन तथा उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करने के प्रयासों पर जोर दे रही है। देव ने कहा कि भाजपा का एक राष्ट्रीय चरित्र है और यही कारण है कि आदिवासियों सहित सैंकड़ों की संख्या में लोग माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) सहित दूसरी पार्टियों को छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य में हाल में हुये उपचुनावों में सफलता के बाद पार्टी माकपा को चुनौती देने के लिये सक्षम है।
उन्होंने कहा कि राज्य में किसी पार्टी से चुनाव पूर्व गठबंधन नहीं किए जाने से भाजपा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। भाजपा अगला विधानसभा अकेले पूरे दमखम के साथ लड़ सकती है और वाममोर्चे की सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने में सक्षम होगी। उन्होंने कहा कि काफी संख्या में विपक्षी दलों के नेता और सत्तारुढ़ माकपा नीत सरकार के समर्थक आने वाले वर्ष में भाजपा में शामिल होंगे। भाजपा ने फरवरी 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनावी गतिविधियों का आगाज कर दिया है।
देव ने आईएनपीटी एवं आईपीएफटी के नेताओं से भाजपा में शामिल होने और माकपा नीत सरकार को सत्ता से हटाने की अपील की और कहा कि केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ही राज्य के मूल निवासी लोगों के हित में काम कर सकते हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संक्षिप्त समारोह में कांग्रेस, आईपीएफटी और आईएनएफटी के 16 नेताओं तथा दक्षिणी त्रिपुरा में अमरपुर के 31 आदिवासी परिवारों का भाजपा में शामिल होने पर स्वागत किया।