समय पर स्क्रीनिंग नहीं करवाना हानिकारक गौरतलब है कि स्तन कैंसर महिलाओं को होने वाली बीमारियों में सबसे आक्रामक माना जाता है। भारत में भी इस बीमारी से पीड़ित महिलाओं की संख्या पिछले एक अरसे में तेजी से बढ़ी है। अध्ययन के मुताबिक यह बीमारी महिलाओं को मौत तक ले जाने वाली दूसरी सबसे बड़ी बीमारी बन चुकी है। इसके बावजूद इसे लेकर भारत में पर्याप्त जागरूकता नहीं है। इस बीमारी के सबसे तेजी से फैलने की वजह सही समय पर स्क्रीनिंग नहीं होना और लक्षणों को नजरंदाज करना है।
इन बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी – स्टेज 1 और स्टेज 2 के रोगियों को इलाज के द्वारा आसानी से बचाया जा सकता सकता है। – स्तन कैंसर की शंका होने पर महिलाओं को हर साल स्क्रीनिंग और मेम्ब्रेन टेस्ट करवाना चाहिए।
– जंक फूड के सेवन से बचना चाहिए। – खानपान में अंडे, मांस, मछली, सोयाबीन, दूध, दही, प्रोटीन युक्त आहार, साबुत अनाज, दलिया, साबुत दालें, फल और हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं। – वजन पर नियंत्रण रखें, इसे बॉडी मास इंडेक्स के हिसाब से संतुलित रखें। यानी लंबाई के हिसाब से उचित अनुपात में ही वजन होना चाहिए।
– स्तनपान से सेहत को फायदा होता है, इससे परहेज ना करें। – रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करने से भी स्तन कैंसर के खतरे को कम करने में मदद मिलती है।
– अंतर्वस्त्रों को लेकर भी कई सावधानियां बरतने की जरूरत होती है, इस संबंध में विशेषज्ञों से संपर्क किया जा सकता है।