विभिन्न घोषणाओं के जरिये आम आदमी पर पड़ेगा सीधा फर्क।
बजट राहत लेकर आया या फिर आफत लेकर, जानिए यहां।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया डिजिटल और नए दशक का पहला बजट।
Budget 2021: Impact of budget on common man
नई दिल्ली। पिछले साल शुरू हुई कोरोना वायरस महामारी के बाद इस साल शुरू हुए टीकाकरण के बीच केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को आम बजट 2021 पेश किया। कोविड-19 महामारी से परेशान देश के आम नागरिकों को नए दशक के पहले बजट से काफी उम्मीदें थीं लेकिन इस पहले डिजिटल बजट में उनके जीवन पर क्या फर्क पड़ा जानना बहुत जरूरी है।
आइए जानते हैं इस आम बजट ने आम आदमी पर क्या प्रभाव डाला है। बेहतर स्वास्थ्य कोरोना महामारी के बाद देश में मजबूत स्वास्थ्य ढांचे की जरूरत महसूस की गई थी और आम आदमी के बेहतर स्वास्थ्य के लिए इस बजट में वित्त मंत्री ने स्वास्थ्य क्षेत्र में खासा जोर देते हुए इसे 137 फीसदी बढ़ा दिया है। अब स्वास्थ्य बजट को 94 हजार करोड़ से बढ़ाकर 2,23,846 करोड़ रुपये कर दिया गया है।
इलाज होगा आसान आम आदमी का इलाज आसान हो इसके लिए इस बजट में देश भर में 75 हजार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित करने की घोषणा की गई। इसके अलावा सभी जिलों में जांच केंद्र, 602 जिलों में क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल ब्लॉक भी बनाए जाएंगे। वहीं, इंटिग्रेटेड हेल्थ इंफो पोर्टल और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल को भी मजबूती प्रदान की जाएगी। इतना ही नहीं 17 नई सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाई शुरू की जाएंगी और चार नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भी बनाए जाएंगे।
इनकम टैक्स में छूट नहीं नौकरीपेशा के साथ ही आम आदमी को हर बजट में जो सबसे ज्यादा उम्मीद होती है, वो इनकम टैक्स में छूट या टैक्स स्लैब बढ़ाने से जुड़ी होती है। हालांकि इस बार के बजट में नौकरीपेशा तबके को निराशा ही हाथ लगी है। वित्त मंत्री ने इस बार के बजट में इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया है। नए वित्तीय वर्ष के लिए पिछले साल घोषित किया गया टैक्स स्लैब ही लागू रहेगा। यानी आम आदमी को टैक्स में कोई छूट या राहत नहीं मिली है।
सीनियर सिटिजन को राहत इस बजट में 75 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों को एक राहत दी गई है। वित्त मंत्री की घोषणा के मुताबिक अब नए वित्तीय वर्ष से उन्हें इनकम टैक्स रिटर्न भरने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हालांकि इसका फायदा पेंशन या निवेश पर ब्याज पाने वालों को ही मिलेगा। वहीं, जिन लोगों की कमाई टैक्स स्लैब से ज्यादा है और उनका टीडीएस कट जाता है, तो उन्हें इसका रिफंड पाने के लिए आईटीआर भरना होगा।
Budget 2021 : इस बार का बजट क्यों है खास, जानिए इन 15 प्वाइंट्स मेंहोम लोन पर फायदा केंद्र सरकार ने बजट 2021 में होम लोन लेने वालों को राहत दी है। इसके तहत होम लोन पर दी जाने वाली डेढ़ लाख रुपये की छूट को आगे बढ़ा दिया गया है। यानी होम लोन लेने वाले व्यक्तियों को इसके ब्याज में डेढ़ लाख रुपये की छूट मिलती रहेगी। आगामी 31 मार्च 2022 तक यह सुविधा मिलेगी।
मोबाइल-इलेक्ट्रॉनिक सामान महंगे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बजट में कई चीजों पर कस्टम ड्यूटी और सरचार्ज बढ़ा दिया है। इसके चलते अब आम आदमी की जेब पर फर्क पड़ेगा। अब मोबाइल और इससे जुड़े उपकरणों, चार्जर, फ्रिज समेत कुछ अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदने पर ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ेगी। जबकि ऑटो पार्ट्स और सोलर इंवर्टर के महंगे होने से भी आम आदमी को झटका लगना तय है।
Budget 2021: आम नागरिकों के जेब पर कितना पड़ेगा बोझ, जानिए क्या हुआ सस्ता और क्या महंगाबच्चों की बेहतर पढ़ाई केंद्र सरकार ने बजट में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत 100 नए सैनिक स्कूलों को खोलने की घोषणा की है, जिन्हें ट्र्स्ट या प्राइवेट सेक्टर की सहायता से बनाया जाएगा। उच्च शिक्षा आयोग बनाने के लिए कानून में संशोधन किया जाएगा, जबकि लेह में एक केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी। इतना ही नहीं आदिवासी इलाकों में 758 एकलव्य स्कूल तैयार किए जाएंगे। जबकि चार करोड़ अनुसूचित जातियों के छात्रों को 35 हजार करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति दी जाएगी।
आभूषण होंगे सस्ते बजट में केंद्र सरकार ने सोना और चांदी को सस्ता करने की घोषणा की है। इसके परिणामस्वरूप अब आम आदमी अपनी जरूरत के मुताबिक सस्ते आभूषण बनवा सकेगा, वहीं शादी समारोह में भी उसे अपेक्षाकृत फायदा पहुंचेगा। इसके अलावा सोने में निवेश के भी मौके बढ़ेंगे।
घर निर्माण होगा सस्ता बजट 2021 में लोहे के उत्पाद, पेंट, स्टील के सामान सस्ते हुए हैं, जिसका फायदा मकान बनाने में मिल सकता है। यानी अपना घर बनाने में इस्तेमाल होने वाली यह महत्वपूर्ण चीजें अब सस्ती होंगी। वहीं, प्रवासी कामगारों को किराये पर सस्ता मकान मिले, इसके लिए भी योजना का ऐलान किया गया है।
रोजगार में इजाफा कोरोना महामारी के चलते पस्त हुई अर्थव्यस्था को बढ़ाने के लिए वित्त मंत्री ने इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में भारी निवेश की घोषणा की है। इसके चलते देश भर में बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए 5.54 ट्रिलियन का पूंजी निवेश किया जाएगा। बुनियादी ढांचे में इतने भारी निवेश से भारी तादाद में रोजगार पैदा होंगे।