आतंकी संगठन हिजबुल के पूर्व कमांडर बुरहान वानी की बरसी पर कश्मीर घाटी में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। बुरहान की बरसी पर हिंसा की आशंका के चलते बुरहान के गृह नगर त्राल में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
श्रीनगर। आतंकी संगठन हिजबुल के पूर्व कमांडर बुरहान वानी की बरसी पर कश्मीर घाटी में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। बुरहान की बरसी पर हिंसा की आशंका के चलते बुरहान के गृह नगर त्राल में कर्फ्यू लगा दिया गया है, तो वहीं अन्य संवेदनशील इलाकों में कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लागू हैं। वहीं प्रशासन ने ऐहतियातन अमरनाथ यात्रा को रोक दिया है। सूत्रों के मुताबिक उपद्रवी अमरनाथ यात्रियों को निशाना नहीं बन सके इसलिए एक दिन के लिए यात्रा को रोका गया है। हालात सही रहने पर रविवार को यात्रा दोबारा शुरू कर दी जाएगी।
त्राल की ओर जाने वाले सभी रास्ते सील
बुरहान की बरसी से पहले त्राल, पुलवामा, कुलगाम, शोपियां और अनंतनाग जिले में स्थानीय युवाओं ने शुक्रवार को जमकर पत्थरबाजी की थी। जिसके बाद प्रशासन ने इन इलाकों में धारा के 144 और त्राल में कर्फ्यू लगा दिया था। वहीं त्राल की ओर जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया गया है। बुरहान की बरसी पर कोई देश विरोधी कार्यक्रम न आयोजित हो सके, इसके लिए प्रशासन ने इन इलाकों में अतिरिक्त जवानों की तैनाती की है।
अलगाववादी नेताओं को किया गया नजरबंद
जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी मुनीर खान ने जानकारी देते हुए बताया कि बुरहान की बरसी पर मीरवाइज उमर फारुक, सैय्यद अली शाह गिलानी समेत कई अलगाववादियों को नजरबंद किया गया है, ताकि वे भीड़ को न उकसा सकें। वहीं राज्य सरकार ने घाटी के खराब हालात के चलते 6 जुलाई को 10 दिन के लिए सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने का फैसला लिया था। गौरतलब है कि आठ जुलाई 2016 को सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने मुठभेड़ में हिजबुल के कमांडर बुरहान वानी को ढेर कर दिया था। जिसके बाद घाटी में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़की थी। इस हिंसा में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी, जबकि 10 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे।