मुंबई पुलिस के साथ एक ऐसा भी शख्स था, जो मानव जाति से तो ताल्लुक नहीं रखता था। लेकिन फिर भी उसने न जाने कितने लोगों की जान बचा ली। जी हां, हम बात कर रहे हैं एक जानवर की। 26/11 के आतंकी हमले में इस कुत्ते ने मुंबई पुलिस के साथ-साथ आतंकियों के मंसूबे पर पानी फेरने के ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई थी। इस कुत्ते का नाम सीज़र था, जो मुंबई पुलिस के स्नीफर डॉग स्कॉड में शामिल था। सीज़र के साथ 3 और कुत्ते भी थे जिन्होंने मुंबई के लोगों को बचाने में अपना अहम योगदान दिया।
लेकिन 14 अक्टूबर 2016 को सीज़र ने दम तोड़ दिया था। सीज़र की मौत विरार के एक फार्म में हुई थी। लैबराडॉर प्रजाति के सीज़र को पूरे सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई थी। सीज़र ठीक उसी तरीके से तिरंगे में लपेटकर ठीक वैसा ही सम्मान दिया गया था जैसा कि किसी शहीद जवान को दिया जाता है। सीज़र के आखिरी सम्मान समारोह में मुंबई पुलिस के आला अधिकारी मौजूद थे। जबकि सीज़र से पहले उसके अन्य साथी कुत्तों टाइगर, सुल्तान और मैक्स ने पहले ही इस दुनिया को अलविदा कह दिया था।
बता दें कि मुंबई पुलिस के स्नीफर डॉग स्कॉड में सीज़र की टाइगर के साथ पक्की दोस्ती थी। टाइगर की मौत के बाद सीज़र डिप्रेशन में चला गया था। जिसके बाद उसे परेल के एक खास पशु अस्पताल में भर्ती किया गया था। अस्पताल में इलाज के बाद सीज़र को एनिमल एक्टिविस्ट फिज़ा शाह के फार्म पर भेज दिया गया था, जो विरार में स्थित है। सीज़र को दिल का दौरा पड़ा था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। मुंबई के 26/11 हमले में सीज़र ने एक जवान जैसी भूमिका निभाई जिसके लिए वह हमेशा याद किया जाएगा।