डिवीजन बेंच ने पलटा सिंगल बेंच का फैसला
इससे पहले दिसंबर के पहले हफ्ते में कलकत्ता हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने इस रथ यात्रा पर रोक लगा दी थी, लेकिन हाईकोर्ट की ही डिवीजन बेंच ने सिंगल बेंच के फैसले को पलट दिया है।
हर संसदीय सीट पर प्रस्तावित है बीजेपी की रथयात्रा
हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद बीजेपी में खुशी की लहर है। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि इस फैसले के बाद हम अपनी रथयात्राओं के जरिए राज्य की जनता तक ममता सरकार की तानाशाही को पहुंचाएंगे, साथ ही केंद्र सरकार के कामकाज को लोगों को बताएंगे। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल की हर संसदीय सीट पर बीजेपी की रथयात्रा प्रस्तावित है, जिसमें 77 हजार पोलिंग बूथ स्टेशनों तक पहुंच बनाने की कोशिश की जाएगी।
ममता ने सांप्रदायिक माहौल खराब होने की कही थी बात
वहीं ममता बनर्जी ने बीजेपी की रथयात्राओं को ये कहते हुए मंजूरी देने से इनकार कर दिया था कि कहीं ना कहीं बीजेपी की इन रथयात्राओं से राज्य में सांप्रदायिक माहौल खराब होगा। ममता ने रथयात्रा को एक राजनीतिक हथकंडा करार दिया और राज्य के लोगों से इसकी अनदेखी करने की अपील की थी।
कब-कब होंगी बीजेपी की रथयात्राएं
कलकत्ता हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद अब बीजेपी की प्रस्तावित रथयात्रा तय तारीखों पर ही होंगी। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी का तीन रथ यात्राएं निकालने का कार्यक्रम था, जिसमें खुद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह शामिल होने वाले थे। हालांकि अब अमित शाह का यह कार्यक्रम रद्द हो गया है। एक रथयात्रा 7 दिसंबर से कूचबिहार से शुरू होने वाली थी, दूसरी रथ यात्रा 9 दिसंबर को 24 परगना से और तीसरी 14 दिसंबर को बीरभूमि के तारापीठ से निकाली जानी थी।