सीएम और डिप्टी सीएम भूख हड़ताल पर प्रदर्शन का समर्थन कर रहे सीएम पलानीस्वामी और डिप्टी सीएम पनीरसेल्वम भूख हड़ताल पर बैठ गये हैं। बता दें कि इन्होंने केंद्र सरकार पर कावेरी बोर्ड के गठन को लेकर दबाव बनाया है और मांग पूरी ना होने पर अनशन पर बैठने का फैसला लिया है।
इससे तमिलनाडु में हिंसा के आसार भी नजर आ रहे है। कावेरी मुद्दे पर बात करने के लिए तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित मगंलवार को पीएम से मिलने दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। बता दें कि सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने पहले ही घोषणा की थी कि वह मामले को लेकर दो अप्रैल को तमिलनाडु में भूख हड़ताल करेगी।
9 अप्रैल को आएगा सुप्रीम कोर्ट का फैसला बताया जा रहा है कि कावेरी जल विवाद पर सुप्रीम कोर्ट भी अपना फैसला 9 अप्रैल को सुनाएगी। मामले को केंद्र सरकार ने कोर्ट के सामने रखा और इसे स्पष्ट करने को भी कहा । साथ ही केंद्र ने बताया कि कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन को लेकर दोनों राज्यों के एक विचार नहीं हैं। दोनों की धारणाएं भी अगल-अलग हैं।
एक अंतर्राज्यीय नदी है कावेरी
कावेरी एक अंतर्राज्यीय नदी है। कर्नाटक और तमिलनाडु इस कावेरी घाटी में पड़ने वाले प्रमुख राज्य हैं। इस नदी के जल के बंटवारे को लेकर इन राज्यों में विवाद सालों से चला आ रहा है।
कावेरी एक अंतर्राज्यीय नदी है। कर्नाटक और तमिलनाडु इस कावेरी घाटी में पड़ने वाले प्रमुख राज्य हैं। इस नदी के जल के बंटवारे को लेकर इन राज्यों में विवाद सालों से चला आ रहा है।
गौरतलब है, कि कावेरी नदी के पानी को लेकर कई बार दक्षिण भारत आगजनी के हवाले हुआ। कर्नाटक में कई जगह हिंसक प्रदर्शन भी हुए।