हालात बिगड़ने के बाद बेंगलुरु में अर्धसैनिक बलों को तैनात कर दिया गया है, इसके साथ ही मेट्रो की सर्विस भी रोकी गई है
चेन्नई/बेंगलुरु। कावेरी के पानी पर सुप्रीम कोर्ट के ताजा निर्देश के बाद कर्नाटक और तमिलनाडु में बवाल बढ़ गया है। तमिलनाडु को पानी देने के खिलाफ कर्नाटक में उग्र प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। बेंगलुरु में सोमवार को प्रदर्शनकारियों ने वाहनों में जमकर तोड़फोड़ की। कुछ वाहनों को आग के हवाले भी कर दिया गया। हालात बिगड़ने के बाद बेंगलुरु में अर्धसैनिक बलों को तैनात कर दिया गया है। इसके साथ ही मेट्रो की सर्विस भी रोकी गई है।
चेन्नई में कन्नड व्यक्ति के होटल पर हमला
हिंसा की इस आग में तमिलनाड़ु भी उबल रहा है। तमिलनाड़ु में कर्नाटक के लोगों की संपत्ति को निशाना बनाए जाने की खबरें हैं। चेन्नै में संदिग्ध तमिल समर्थक प्रदर्शनकारियों ने कर्नाटक के रहने वाले एक व्यक्ति के होटल पर हमला कर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस ने इस सिलसिले में 4 लोगों को हिरासत में लिया है।
तमिलनाडु के गृह मंत्री ने दिया सुरक्षा भरोसा
तमिलनाडु में कर्नाटक के लोगों और उनकी संपत्ति को निशाना बनाए जाने की खबरों पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा है कि वह जयाललिता को चिट्ठी लिखेंगे। वहीं कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने राज्य में तमिलनाड़ु के लोगों को पूरी सुरक्षा देने को भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि बेंगलुरु और राज्य के दूसरे हिस्सों में रहने रहे तमिलनाड़ु के लोगों को पूरी सुरक्षा दी जाएगी। मैसूर में उन इलाकों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जहां तमिलनाड़ु के लोग ज्यादा रहते हैं।
कावेरी के पानी के बंटवारे के खिलाफ कर्नाटक में बेंगलुरु के अलावा मंड्या, मैसूर और हासन में भी उग्र प्रदर्शन हो रहा है। बेंगलुरु और मैसूर में प्रदर्शनकारियों ने वाहनों में जमकर तोड़फोड़ की है। हासन में तो अडयार आनंद भवन पर भी पथराव किया गया।
कई राजनीतिक दल भी दे रहे बंद को समर्थन
कन्नड़ संगठनों के बंद को कई राजनीतिक दल भी समर्थन दे रहे हैं। आवश्यक सेवाएं जैसे दूध, एंबुलेंस, दवा की दुकानें और अस्पताल इससे प्रभावित नहीं होंगे। मगर, पब्लिक ट्रांसपोर्ट- बीएमटीसी व केएसआरटीसी की बसें, ऑटो रिक्शा, टूरिस्ट कैब व एयरपोर्ट कैब सड़क पर नहीं उतरेंगी।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। उनके अनुसार, कर्नाटक सरकार के समक्ष पेश आ रही गंभीर कठिनाइयों के बावजूद राज्य सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुरूप पानी छोड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा था कि राज्य एक नई याचिका के साथ सु्प्रीम कोर्ट जाएगा। उन्होंने कहा कि भारी मन के साथ यह निर्णय किया गया है कि तमिलनाडु को पानी दिया जाएगा। जबकि हमारे राज्य को खुद गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कर्नाटक से 20 सिंतबर तक तमिलनाडु के लिए कावेरी नदी का 12 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने का आदेश दिया है। कोर्ट ने इससे पहले के आदेश में हालांकि कर्नाटक को 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने को कहा था।