आलोक वर्मा ने SC में दायर की थी याचिका
आपको बता दें कि दरअसल सीबीआई के दो बड़े अधिकारियों (आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना) ने एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के बड़े आरोप लगाए थे। इसके बाद दोनों के बीच विवाद काफी बढ़ गया। केंद्र सरकार ने हस्तक्षेप करते हुए दोनों अधिकारियों को लंबी छुट्टी पर भेज दिया और नागेश्वर राव को अंतरिम निदेशक बना दिया। इसके बाद आलोक वर्मा ने छुट्टी पर भेजे जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। इस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने सरकार को आदेश दिया कि सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में दो हफ्ते के अंदर जांच पूरी करें और कोर्ट में रिपोर्ट जमा करें। साथ हीं यह भी कहा कि नागेश्वर राव कोई भी नीतिगत फैसला नहीं ले पाएंगे। अब इसी कड़ी में सीवीसी ने आलोक वर्मा से पूछताछ की है।
CBI विवाद: आलोक वर्मा के पक्ष में आई कांग्रेस, मोदी सरकार के फैसले के खिलाफ SC में दायर की याचिका
क्या है पूरा मामला
बता दें कि बहुत दिनों से सीबीआई के अंदर दो वरिष्ठ अधिकारियों के बीच तनातनी चल रहा था। जहां एक और सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा ने दो नंबर के अधिकारी राकेश अस्थाना पर दो करोड़ रुपए के घुस लेने का आरोप लगाया तो वहीं राकेश अस्थाना ने भी आलोक वर्मा पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगा दिए। इसके बाद से दोनों के बीच तनातनी चलने लगी। इसको लेकर सरकार की भी किरकिरी होने लगी तो मोदी सरकार ने सीवीसी की अनुशंसा पर कार्रवाई करते हुए दोनों अधिकारियों को लंबी छुट्टी पर भेज दिया। इसको लेकर अब राजनीति भी गरमा गई है।