तेजस्वी ने भी उठाया था मुद्दा
इससे पहले नाबालिग लड़कियों से दुष्कर्म मामले को लेकर राजद ने आवाज उठाई है। राजद नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शेल्टर हाउस रेप प्रकरण को लेकर राज्य सरकार पर घटना में शामिल नेताओं और अधिकारियों को बचाने का आरोप लगाया है। राजद नेता ने कहा कि कोर्ट के आदेश पर शेल्टर हाउस में खुदाई शुरू हुई थी। उन्होंने कहा कि विपक्ष चाहाता है कि इस मामले की सीबीआई हाईकोर्ट मोनिटर जांच करें।
नाबालिग लड़कियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म
गौरतलब है कि बिहार के मुजफ्फरपुर के शेल्टर हाउस में नाबालिक लड़कियों से दुष्कर्म का मामला सामने आया था। मामले उस वक्त नया मोड़ आ गया था जब खुलासा हुआ कि बच्ची के साथ रेप के बाद हत्या कर उसे शेल्टर हाउस परिसर में दफना दिया गया था। जिसके बाद पुलिस ने उस अल्पावास गृह की खुदाई की । हालांकि इसमें कुछ भी नहीं निकला था। बता दें कि यहां आरोपियों ने अल्पावास गृह नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था और फिर एक पीड़िता को पीट-पीट कर उसकी हत्या कर दी थी। पीड़िता की हत्या के बाद आरोपी ने बालिका गृह के स्टॉफ की असमति के बावजूद उसके शव को वहीं दफना दिया था। घटना की सूचना मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया था।
टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज ने किया था खुलासा
दरअसल, इस सनसनीखेज घटना का खुलासा मई 2018 में टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज के सोशल ऑडिट के दौरान हुआ था। खुलासे में सामने आया था कि शेल्टर होम से छह लड़कियां गायब चल रही हैं। इन लड़कियों का गायब होना वर्ष 2013 से 2018 के बीच बताया जा रहा है। खुलासा होने के बाद राज्य के समाज कल्याण विभाग ने गंभीरता दिखाते हुए पिछले महीने एफआईआर दर्ज की। वहीं, इस प्रकरण में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दस लोगों की गिरफ्तारी की है।
खुलासे के बाद बालिका गृह के संचालक फरार
रिपोर्ट में टाटा ने ‘सेवा संकल्प एंव विकास समीति’ जो इस बालिका गृह को संचालित करते हैं उनके खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई शुरू करने और जांच की सलाह दी है। इसके बाद जिला बाल कल्याण संरक्षण ईकाई के अधिकारियों ने महिला थाने पहुंचे। बालिका गृह का संचालन करने वाले संचालकों और पदाधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराया है। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 376 और 120 बी के साथ पॉस्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।