सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल करते हुए बताया कि मुजफ्फरपुर आश्रय गृह में जिन लड़कियों की हत्या के आरोप लगाए गए थे, वे गलत है, जांच में सभी बच्चे जिंदा मिले। अटॉर्नी जनरल ने उच्चतम न्यायालय को बताया कि सीबीआई जांच में साफ हो गया कि किसी नाबालिग बच्ची की हत्या नहीं हुई।
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सीबीआई कर रही मामले की जांच
बता दें कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम समेत बिहार के 17 शेल्टर होम्स की जांच सीबीआई कर रही है। सीबीआई ने 6 जनवरी को सभी शेल्टर होम मामलों की जांच पूरी कर रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपी। इसमें सीबीआई ने शीर्ष कोर्ट से बताया कि कि बिहार में आश्रय गृहों में बच्चों के साथ उत्पीड़न को रोकने में जिला अधिकारियों समेत सरकारी अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध रही।
बिहार के 25 कलेक्टरों पर होगी कार्रवाई
इस गंभीर मामले को लेकर सीबीआई ने कोर्ट से 25 कलेक्टर पर कार्रवाई की अनुशंसा की। साथ ही केंद्रीय जांच एजेंसी ने बिहार सरकार से आग्रह किया है कि गैर सरकारी संस्थाओं के पदाधिकारियों के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई करने की जरूरत है। इस मामले पर 14 जनवरी को कोर्ट में सुनवाई होगी।