बता दें कि इससे पहले सीबीआई ने 19 अक्टूबर को भी 1500 करोड़ रुपए के बैंक लोन घोटाले में छापेमारी थी। यह मामला गंगोत्री इंटरप्राइजेज से जुड़ा था। इस मामले में सीबीआई ने नोएडा, लखनऊ और गोरखपुर के ठिकानों पर 40 दिन पहले रेड मारी थी। इस मामले में गंगोत्री इंटरप्राइजेज पर बैंक लोन हड़प कर कहीं और निवेश करने का आरोप है। गंगोत्री इंटरप्राइजेज बसपा विधायक से जुड़ी कंपनी है। बैंक ऑफ इंडिया की अगुवाई वाले बैंकों के संघ की शिकायत के आधार पर सीबीआई ने विनय शंकर तिवारी और गंगोत्री एंटरप्राइजेज के अन्य निदेशकों के खिलाफ सीबीआई ने धोखा देने के लिए मामला दर्ज किया था।