बता दें, सेंसर बोर्ड ने 15 अक्टूबर 2015 दिए अपने फैसले में यह कहते हुए सर्टिफकेट देने से मना कर दिया था कि इस दस्तावेजी फिल्म में कुछ ऐसे आपत्तिजनक दृश्य हैं, जिनसे सिनेमैटोग्राफ एक्ट 1952 की कुछ धाराओं का उल्लंघन होता है। ऐसे दृश्यो को सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित नहीं किया जा सकता।
फिल्म के निर्माता मनु कुमारन ने एफसीएटी की ओर से फिल्म को सर्टिफकेट न देने के निर्णय पर दिल्ली हाईकोर्ट में अपील की। याचिका में कुमारन ने दावा किया कि बोर्ड के आदेशों में इस बात का कोई जिक्र नहीं है कि फिल्म का कौन-सा हिस्सा अपत्तिजनक है।
बता दें, नोबेल पुरस्कार विजेता एलाज कैनेट्टी के नॉवेल ‘क्राउड्स एंड पावर’ से प्रेरित इस दस्तावेजी फिल्म में 2014 में वारानसी लोकसभा सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तथा कांग्रेस के अजय राय के चुनाव अभियान को भी फिलमाया गया है।
केजरी वाले के जीवन पर भी न चुकी है फिल्म बता दें, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरिवंद केजरीवाल के जीवन से प्रेरित फिल्म भी बन चुकी है। ‘एन इनसिग्नफिकेंट मैन’ नाम से बनी इस फिल्म को पिछले साल नवंबर में यूट्यूब पर रिलीज किया गया था। फिल्म भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलनों के उदय की कहानी कहती है। यह फिल्म देश-विदेश में कई पुरस्कार जीत चुकी है। फिल्म का निर्देशन खुशबू रांका और विनय शुक्ला ने किया है।