दो से ज्यादा बच्चे पैदा करने पर इन्सेन्टिव मुख्यमंत्री का यह ऐलान जनसंख्या पर रोक लगाने वाले परिवार नियोजन नियमों के खिलाफ है। राज्य की युवा जनसंख्या को बढ़ावा देने के लिए नायडू ने कहा कि राज्य में पिछले 10 सालों में जनसंख्या में 1.6% की गिरावट देखने को मिली है। उन्होंने कहा कि जितने ज्यादा मुंह खाने के लिए रहेंगे, उतने ही ज्यादा हाथ कमाने के लिए भी रहेंगे। मानव संसाधन विकास पर एक श्वेत पत्र जारी करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जनसांख्यिकीय असंतुलन को ठीक करने का यह सही समय है। ऐसा ना हो कि राज्य अगले दो दशकों में खाने वाले मुंह अधिक हो जाएं और काम करने वाले हाथ कम हो जाएं। उन्होंने कहा कि 25 साल से कम उम्र के युवा राज्य की कुल आबादी का लगभग 50% हिस्सा हैं। इसके लिए राज्य को युवा रखने की जरूरत है। जिससे राज्य को युवा प्रतिनिधित्व मिल सके।
जनसंख्या में आई है गिरावट नायडू ने बताया कि राज्य में जन्मदर 2014 में 1000 पर 37 प्रतिशत थी, जो गिरकर अब 2018 में 10.51 प्रतिशत पर आ गई। जनगणना 2011 के मुताबिक, जनसंख्या के आधार पर आंध्र प्रदेश का देश में 10वां नंबर था। तेलंगाना राज्य अलग होने से पहले आंध्र की कुल आबादी 8.46 करोड़ थी। हालांकि, यह साफ नहीं हो सका है कि सरकार कितना इन्सेन्टिव देगी। लेकिन, जनसंख्या को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार का यह बड़ा ऐलान है।