हैदराबाद में फ्यूचर फाउंडेशन सोसाइटी द्वारा गणेश पूजा के अवसर पर इसरो के महात्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 को दर्शाते हुए अनोखे बप्पा की मूर्ति बनाई गई है।
चंद्रयान-2: चांद पर उतरेगा विक्रम लैंडर, पीएम मोदी इसरो मुख्यालय में रहकर रखेंगे नजर मीडिया से बातचीत में फ्यूचर फाउंडेशन सोसाइटी के सदस्य श्रीनिवास ने कहा, “पिछले 10 वर्षों से हम अलग-अलग तरह की गणेश जी की मूर्तियां बनाते आ रहे हैं और इस वर्ष हम चंद्रयान-2 के विचार के साथ सामने आए हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “अगर नासा या दुनिया के अन्य संगठनों से तुलना करें तो चंद्रमा मिशन के लिए भारत ने चंद्रयान-2 को 960 करोड़ रुपये के बेहद कम बजट में तैयार किया है। यह भारत सरकार के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।”
वहीं, सोसाइटी की एक अन्य सदस्य दीपा ने कहा, “यह ढांचा पूरी तरह से लोहे से बना हुआ है, जिसे रिसाइकल किया जा सकता है और इसके चलते हम जलस्रोतों को बिना प्रभावित और प्रदूषित किए बचा सकते हैं। हमनें भी इस सैटेलाइट का प्रोटोटाइप बनाया है, जो 23.5 फीट ऊंचा है।”
येरवदा जेल के कैदियों ने ड्रम बजाकर किया गणपति का स्वागत दीपा ने आगे बताया, “चंद्रयान-2 के प्रोटोटाइप में करीब 5 फीट ऊंची गणेश जी की मूर्ति स्थापित की गई है। इस पूरे स्ट्रक्चर का वजन करीब 650 किलोग्राम है। हम इसरो की टीम और महिला कर्मचारियों को बधाई देते हैं, जिन्होंने चंद्रयान-2 को सफल बनाने के लिए असल प्रयास किए हैं।”
उन्होंने कहा कि वो लोग शनिवार को चंद्रमा पर लैंड होने वाले चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर की लाइव टेलीकास्टिंग करने की भी योजना बना रहे हैं। गौरतलब है कि चंद्रयान-2 से विक्रम लैंडर शनिवार को 1.30 am से लेकर 2.30 am के बीच चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। सफलतापूर्वक यह पूरी प्रक्रिया होने के बाद भारत दुनिया का पहला ऐसा देश बन जाएगा, जो चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचेगा। जबकि रूस, अमरीका और चीन के बाद चांद की सतह पर पहुंचने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा।
टूरिस्ट स्पॉट बनेगा गुजरात को वह स्थान जहां पीएम मोदी बेचते थे चाय देश की इस महत्वपूर्ण उपलब्धि का गवाह बनने के लिए पीएम मोदी खुद बेंगलूरु स्थित ISRO सेंटर में उपस्थित रहेंगे। सभी को पता है कि पीएम मोदी चंद्रयान-2 को लेकर काफी उत्साहित हैं। वह स्वयं 22 जुलाई को इस मिशन की शुरुआत से लेकर अब तक इसके हर अपडेट सीधे प्राप्त कर रहे हैं।