गंभीर रूप से घायल हुए थे चेतन चीता गौरतलब है कि आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान चेतन चीता गंभीर रूप से घायल हो गए थे। आनन फानन में कश्मीर से उन्हें दिल्ली के आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अस्पताल पहुंचकर चेतना चीता का हाल जाना था।
शहीद प्रमोद कुमार ने आतंकी हमला किया था विफल
सीआरपीएफ की 49वीं बटालियन के कमांडिंग अफसर प्रमोद कुमार ने कश्मीर में पिछले साल स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर श्रीनगर के नौहट्टा में अपनी जान की बाजी लगाकर आतंकवादी हमले को नाकाम किया था।
कोटा के चीता ने लश्कर हमला किया था नाकाम
45वीं बटालियन के कमांडिंग अफसर चेतन कुमार चीता ने इस साल 14 फरवरी को कश्मीर के बांदीपुरा जिले में लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी हमले को नाकाम करते हुए न सिर्फ लश्कर कमांडर अबू मुसैब को ढेर कर दिया बल्कि मुठभेड़ में नौ गोलियां लगने के बाद मौत को भी शिकस्त दे दी। उनके इस अदम्य साहस की देश भर में तारीफ की जा रही है। फिलहाल चेतना चीता अपने घर पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।