डेढ महीने से खिला रहे खाना इसके चलते लावारिस जानवरों को हिंसक होने से बचाने और उन्हें भरपेट खाना खिलाने के लिए गोपालगंज में कई सामाजिक संस्थाए सामने आई हैं। वे लगातार डेढ महीने से ऐसे लावारिस जानवरों को खाना खिला रही है। मीरगंज की एक संस्थान द्वारा मीरगंज शहर के सभी लावारिस जानवर के लिए दिन के हिसाब से खाना खिलाया जाता है। इस संस्था से जुड़े सदस्य सप्ताह में दो दिन खाना लेकर सड़कों पर उतरते हैं। वहां लावारिस जानवरों को जगह जगह खाना रखते हैं और फिर आगे बढ़ जाते है।
मेन्यू होता हा डिसाइड संस्थान के अध्यक्ष के मुताबिक जानवरों की पंसद का खास ख्याल रखा जा रहा है। खाना उनके पंसद के मुताबिक ही बनाया जाता है। खाने का मेन्यू डिसाइड होता है। जिसमें चिकन बिरयानी, खीर, सेवई आदि मेन्यू के हिसाब से खिलाया जाता है। सरोज कुमार के मुताबिक खाना नहीं खाने से जानवर हिंसक हो सकते हैं, जिसकी वजह से बच्चों और हर वर्ग के लोगों को उनसे खतरा बढ़ जाता है।
मंगलवार को बनता है वेज बिरयानी संस्थान के अध्यक्ष के मुताबिक मंगलवार को मेन्यू के हिसाब से वेज बिरयानी तैयार किया गया। इस संस्था के वोलंटियर बड़े बर्तन लेकर ठेला से मीरगंज शहर के कई मोहल्ले में जाते हैं। फिर वे डिस्पोजल प्लेट में जानवरों को खाना परोसते हैं।