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विभिन्न समस्याओं के समाधान को लेकर की गई चर्चा
आपको बता दें कि सुनील अरोड़ा ने आगे कहा कि इस बैठक में यह भी चर्चा की गई कि चुनाव के दौरान राजनीतिक दलों के बॉडीगार्ड पॉलिंग बूथ पर ना जाएं। राजनीतिक दलों ने चुनाव आयुक्त से यह भी शिकायत की कि दो अलग-अलग जगहों पर एक वोटर के नाम से फर्जी वोट पड़ते हैं, जिसका समाधान किया जाना चाहिए। अरोड़ा ने कहा कि नए मतदाताओं के लिए डोर टू डोर सर्विस शुरू करने पर भी बातचीत की गई। उन्होंने बताया कि हर ईवीएम मशीन के साथ वीवीपैट को जोड़ने और चुनाव में हर उम्मीदवार के लिए निर्धारित खर्च सीमा के उल्लंघन के संदर्भ में भी चर्चा हुई। सुनील अरोड़ा ने कहा कि आगामी चुनाव में हर ईवीएम के साथ वीवीपैट का इस्तेमाल किया जाएगा।
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विपक्ष के आरोपों पर दिया जवाब
आपको बता दें कि बैठक के दौरान सुनील अरोड़ा ने विपक्ष के उन आरोपों का भी जवाब दिया जिसमें यह कहा जाता रहा है कि सरकार चुनाव आयोग के साथ मिलकर ईवीएम में छेड़छाड़ करती है। अरोड़ा ने कहा कि 2014 के आम चुनाव में एक परिणाम आया। उसके ठीक बाद दिल्ली में विधानसभा के चुनाव में विपरित परिणाम आया। बिहार और पंजाब में भी कुछ वैसे ही परिणाम आए। इसलिए ये कहना उचित नहीं है कि यदि आपके हक में रिजल्ट ना आए तो यह कहना कि ईवीएम गलत है और हक मे आए तो सही है। आगे हर चुनाव ईवीएम से होगा। सभी राजनीतिक दलों और लोगों से निवेदन है कि ईवीएम को फुटबॉल न बनाएं।