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निपह वायरस की दवा खोजने का दावा, होम्योपैथिक एसोसिएशन ने पीड़ितों पर जांच की मांगी अनुमति

locationनई दिल्लीPublished: Jun 03, 2018 03:02:24 pm

Submitted by:

Saif Ur Rehman

केरल में फैली निपह वायरस की कोई भी दवा नहीं बनी है।

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निपह वायरस की दवा खोजने का दावा, होमियोपैथिक एसोसिएशन ने पीड़ितों पर जांच की मांगी अनुमति

कोझिकोड। केरल के कोझिकोड में निपह वायरस को लेकर अभी भी लोग दहशत में हैं। वहीं प्रशासन भी अपने स्तर पर सावधानियां बरत रहा है और लोगों को वायरस से बचने, उपचार की जानकारियां दी जा रही हैं। इस बीच इंडियन होमियोपैथिकमेडिकल एसोसिएशन की केरल इकाई ने निपह वायरल का तोड़ निकालने का दावा किया है। उनका कहना है कि निपह वायरस के इलाज के लिए दवा तैयार कर ली गई है। संगठन के अधिकारी बी. उन्नीकृष्णन का कहना है कि होमियोपैथ सभी तरह के बुखार के लिए उचित दवा है और उन्हें संक्रमित मरीजों का इलाज करने की इजाजत दी जाए। दवा को लेकर एसोसिएशन ने राज्य स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलजा से अनुरोध किया है कि उनके पेशेवरों को उन सभी वायरल से पीड़ित मरीजों की जांच करने की अनुमति दी जाए, जो निपाह वायरस की जांच में पॉजिटिव पाए गए हैं। उधर स्वास्थ्य सचिव राजीव सदानंदन ने रविवार को मीडिया से बताया कि दवा के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, “होमियोपैथ विभाग सीधे मेरे अधीन काम करता है और अब तक किसी ने मुझसे या विभाग से संपर्क नहीं किया है। आप को यहां बता दें कि निपर वायरल की कोई दवा अभी तक नहीं बनी है।
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पीड़ितों के परिजनों पर रखी जा रही है नजर
कोझिकोड में निपह वायरस को ध्यान में रखते हुए स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षिण संस्थानों को 12 जून तक बंद रखने का आदेश जारी हुआ है। पहले ये तारीख 5 जून थी। इससे पहले शुक्रवार को कोझिकोड और अन्य जिलों में निपह वायरस को लेकर नया अलर्ट जारी किया गया । साथ ही हर जिले के स्वास्थ्य से जुड़े प्रशासनिक अमलों से कहा गया है कि निपह से पीड़ित लोगों के करीबियों और उनके आस-पास के लोगों की स्क्रीनिंग की जाए। लोगों पर नजर रखी जाए, जिससे रोग को फैलने से रोका जा सके। स्वास्थ्य मंत्री शैलजा ने ये भी बताया कि निपह के अब तक 18 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें से 16 की मौत हो चुकी है। बाकी दोनों मरीजों की हालत स्थिर बनी हुई है।
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