आरोप-प्रत्यारोप के ताजा क्रम में कांग्रेस पार्टी ने अब भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। शनिवार रात कांग्रेस पार्टी ने अपने ट्विटर अकाउंट (Twitter Account) से ट्वीट करते हुए लिखा- ‘मोदी सरकार की पिछली योजनाओं का जो हश्र हुआ है, अब गरीब कल्याण रोजगार अभियान (Garib Kalyan Rojgar Abhiyan) का भी वही हो रहा है। कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। भारत में कुल 5 करोड़ श्रमिक हैं, जबकि इस योजना के दायरे में सिर्फ साढ़े तीन करोड़ मजदूर ही आ रहे हैं। इस ट्वीट के साथ कांग्रेस ने भाजपा की गर्तव्यवस्था का हैशटैग भी दिया है। यही नहीं, कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट के नीचे एक इंफो-ग्रॉफिक्स बनाया है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime minister Narendra Modi ) की फोटो लगाते हुए बगल में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण जुमला बड़े अक्षरों में लिखा गया है। इसके नीचे विभिन्न आंकड़े भी दिए गए हैं।
कांग्रेस ने शनिवार रात को ही किए अपने एक अन्य ट्वीट में वीडियो पोस्ट करते हुए भाजपा से मनरेगा को लेकर सवाल पूछा है। वीडियो में आधा हिस्सा वर्ष 2015 का है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में मनरेगा पर बात कर रहे हैं। कांग्रेस का आरोप है कि मोदी सरकार ने तब मनरेगा को विफलता बताया था। वीडियो का बाकि दूसरा हिस्सा वर्ष 2020 का है। इसमें मनरेगा की वजह से लोगों को काम मिला, जिससे इन लोगों का घर चला। इस ट्वीट में भी नीचे भाजपा की गर्तव्यवस्था का हैशटैग लिखा है।
कांग्रेस ने शनिवार को ही किए एक अन्य ट्वीट में भाजपा पर आरोप लगाया कि देश में कोरोना संक्रमितों के केस बढ़े तो घर में छिप रहे। पार्टी ने अपने ट्वीट में लिखा- ‘भाजपा के काम करने का तरीका भी गज्जब है। कोरोना के 500 केस होने पर देशवासियों को घरों में कैद कर दिया और 10 लाख से ज्यादा केस होने पर खुद घर में छिप गए।’ हालांकि, कांग्रेस ने अपने इस ट्वीट के साथ भाजपा की गर्तव्यवस्था का हैशटैग नहीं लिखा है।
कांग्रेस ने ट्वीट में लिखा है- ‘हमारी अर्थव्यवस्था पर भाजपा रूपी ग्रहण लगा है। भाजपा रूपी ग्रहण ने अर्थव्यवस्था को गर्त में भेज दिया है। चेतावनी संकेतों के बावजूद भाजपा सरकार गहन निद्रा में सोई है।’ एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस ने कहा- ‘देश में मुद्रास्फीति की दर लगातार बढ़ रही है। महंगाई में वृद्धि जनता को प्रभावित कर रही है। भाजपा सरकार की नीतियों की वजह से महंगाई बढ़ रही है। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि इसका प्रमुख कारण है।’