– राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि हमने राष्ट्रपति से गृह मंत्री को हटाने की मांग की है। – सोनिया गांधी ने कहा कि गृह मंत्री और पुलिस दिल्ली हिंसा रोकने में नाकाम रही। उन्होंने कहा कि दिल्ली और केंद्र सरकार ने हिंसा की अनदेखी की
– कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष ने कहा कि हिंसा की वजह से अब तक 34 लोगों की मौत हुई, 200 से अधिक लोग घायल हैं। करोड़ों रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ। इस मेमोरेंडम में हिंसा के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग के साथ ही पीड़ितों को मदद मुहैया कराने की मांग की गई है।
– इससे पहले इस हिंसा ( Violence ) के खिलाफ कांग्रेस पार्टी बुधवार से शांति मार्च निकाल रही है। हालांकि, बुधवार को शांति मार्च के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को रास्ते में रोका गया था। इसके बाद पार्टी ने गुरुवार को विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक शांति मार्च निकालने की घोषणा की थी। इस मार्च में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी शामिल होना था। लेकिन, शांति मार्च का ऐलान कर सभी नेता अपनी-अपनी गाड़ियों से राष्ट्रपति भवन पहुंचे।
जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ-साथ पार्टी के कई वरिष्ठ नेता राष्ट्रपति भवन पहुंच चुके हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के नेता राष्ट्रपति से मिलकर उन्हें शांति के ज्ञापन सौंपेंगे। लेकिन, सवाल यह है कि जब कांग्रेस ने शांति मार्च की घोषणा की थी तो अपनी गाड़ियों से वे राष्ट्रपति भवन क्यों पहुंचे?