अभियान में राहुल के बयान बता दें कि का ये अभियान पूरे एक साल तक चलेगा। इस अभियान का खास मकसद मोदी सरकार को दलित विरोधी बताना और कांग्रेस की पहचान को दलितों के बीच और मजबूत करना होगा। साथ ही संविधान के मुद्दों को देशव्यापी मंच पर उठाना भी इस अभियान का मुख्य उद्देश्य माना जा रहा है।
कांग्रेस इस अभियान को दलितों और संविधान से जोड़कर देख रही है। जिसमें ये बताने पर जार दिया जाएगा कि दलितों के हकों को लेकर किस तरह से संविधान पर बार-बार हमला किया जा रहा है।
बता दें कि अभियान में जिला स्तर के पदाधिकारियों समेत पंचायत और स्थानीय निकाय के सदस्य भी शामिल हैं। साथ ही दलितों के साथ जुड़े नेताओं के भी शामिल होने की बात भी कही जा रही है। बता दें कि यह अभियान अगले साल संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर की जयंती तक जारी चलेगा।