जलीकट्टू मामला
सुप्रीम कोर्ट ने आज जलीकट्टू के मामले को संवैधानिक पीठ को सौंप दिया है। कोर्ट में इस बात के लिए सुनवाई होनी थी कि क्या जलीकट्टू और बैल गाड़ी रेस संविधान द्वारा दिए गए मौलिक अधिकार अनुछेद 29 (1) के तहत प्रथम दृष्ट्या आते हैं या नहीं। अगर ऐसा है तो कोर्ट इस मामले को संवैधानिक बेंच के समक्ष भेजेगा। शुक्रवार को इस मसले पर हुई सुनवाई में अदालत इसे विचार के लिए संवैधानिक पीठ के पास भेजने का फैसला लिया है। अब इस मामले की सुनवाई संवैधानिक पीठ करेगी। संवैधानिक पीठ ही ये तय करेगी कि क्या जलीकट्टू और बैल गाड़ी रेस राज्य की संस्कृति का हिस्सा है या नहीं.
सुप्रीम कोर्ट ने आज जलीकट्टू के मामले को संवैधानिक पीठ को सौंप दिया है। कोर्ट में इस बात के लिए सुनवाई होनी थी कि क्या जलीकट्टू और बैल गाड़ी रेस संविधान द्वारा दिए गए मौलिक अधिकार अनुछेद 29 (1) के तहत प्रथम दृष्ट्या आते हैं या नहीं। अगर ऐसा है तो कोर्ट इस मामले को संवैधानिक बेंच के समक्ष भेजेगा। शुक्रवार को इस मसले पर हुई सुनवाई में अदालत इसे विचार के लिए संवैधानिक पीठ के पास भेजने का फैसला लिया है। अब इस मामले की सुनवाई संवैधानिक पीठ करेगी। संवैधानिक पीठ ही ये तय करेगी कि क्या जलीकट्टू और बैल गाड़ी रेस राज्य की संस्कृति का हिस्सा है या नहीं.
बोफोर्स मामला
बोफोर्स तोप मामले में दलाली के आरोपों की फिर से जांच संबंधित याचिका पर भी आज सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई होगी। इससे पहले की सुनवाई में कोर्ट ने भाजपा नेता अजय अग्रवाल से कई सवाल किए थे जैसे किस हैसियत से उन्होंने बोफोर्स तोप सौदा मामले को निरस्त करने के दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी, आखिरकार इस मामले में उन्हें क्यों सुना जाना चाहिए? 31 मई, 2005 को दिल्ली हाईकोर्ट ने तीन हिन्दुजा भाइयों और बोफोर्स कंपनी को आरोपमुक्त कर दिया था।
बोफोर्स तोप मामले में दलाली के आरोपों की फिर से जांच संबंधित याचिका पर भी आज सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई होगी। इससे पहले की सुनवाई में कोर्ट ने भाजपा नेता अजय अग्रवाल से कई सवाल किए थे जैसे किस हैसियत से उन्होंने बोफोर्स तोप सौदा मामले को निरस्त करने के दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी, आखिरकार इस मामले में उन्हें क्यों सुना जाना चाहिए? 31 मई, 2005 को दिल्ली हाईकोर्ट ने तीन हिन्दुजा भाइयों और बोफोर्स कंपनी को आरोपमुक्त कर दिया था।
जस्टिस लोया मामला
विशेष सीबीआई जज जस्टिस बीएच लोया की रहस्यमयी मौत मामले में एसआइटी जांच की मांग के लिए तीन याचिकाकर्ताओं द्वारा अर्जी डाली गई। चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुवाई वाली बेंच इन याचिकाओं की सुनवाई करेगी। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को जस्टिस लोया की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया था। पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा था कि ये बेहद गंभीर मामला है। इसमें सभी दस्तावेजों को हमें देखना होगा। इस मामले में सभी दस्तावेज जैसे आरटीआई आदि को पेश किया जाए। रिपोर्ट्स के अनुसार महाराष्ट्र के पत्रकार लोन व कार्यकर्ता तहसीन पूनावाला ने जस्टिस लोया के मौत मामले उचित जांच की मांग की। आपको बता दूं कि लोया सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामले की सुनवाई कर रहे थे।
विशेष सीबीआई जज जस्टिस बीएच लोया की रहस्यमयी मौत मामले में एसआइटी जांच की मांग के लिए तीन याचिकाकर्ताओं द्वारा अर्जी डाली गई। चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुवाई वाली बेंच इन याचिकाओं की सुनवाई करेगी। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को जस्टिस लोया की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया था। पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा था कि ये बेहद गंभीर मामला है। इसमें सभी दस्तावेजों को हमें देखना होगा। इस मामले में सभी दस्तावेज जैसे आरटीआई आदि को पेश किया जाए। रिपोर्ट्स के अनुसार महाराष्ट्र के पत्रकार लोन व कार्यकर्ता तहसीन पूनावाला ने जस्टिस लोया के मौत मामले उचित जांच की मांग की। आपको बता दूं कि लोया सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामले की सुनवाई कर रहे थे।