#Coronavirus से लड़ाई में साबुन या सैनिटाइजर में कौन बेहतर? दरअसल, रविवार को राजधानी दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में एक व्यक्ति को भर्ती कराया गया। यह व्यक्ति 35 फीसदी जला हुआ था। बताया गया दुर्घटनावश उसके कपड़ों पर हैंड सैनेटाइजर गिर गया था, जिसपर उसने ध्यान नहीं दिया और किचन में जैसे ही गैस के पास पहुंचा, उसके कपड़ों में आग लग गई।
इस संबंध में अस्पताल के डिपार्टमेंट ऑफ प्लास्टिक एंड कॉस्मेटिक सर्जरी के प्रमुख डॉ. महेश मंगल ने सोमवार को कहा कि अल्कोहल आधारिक हैंड सैनेटाइजर्स को बहुत ही सावधानी के साथ इस्तेमाल करना चाहिए।
उन्होंने कहा, “कल (रविवार) को रेवाड़ी के एक 44 वर्षीय व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया। यह व्यक्ति 35 फीसदी जला था। दरअसल उस व्यक्ति के कपड़ों पर गलती से हैंड सैनेटाइजर गिर गया था और जैसे ही वह खाना बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली घरेलू गैस के पास पहुंचा, कपड़ों ने आग पकड़ ली। फिलहाल उसकी हालत स्थिर है।”
बड़ी खबरः कोरोना वायरस और मास्क के बीच है बड़ा ही खतरनाक कनेक्शन, डॉक्टरों ने दी गंभीर चेतावनी आग लगने की वजह के बारे में बताते हुए डॉ. मंगल ने कहा, “हैंड सैनेटाइजर्स में 62 फीसदी तक इथाइल अल्कोहल होता है, इसकी काफी ज्यादा मात्रा के चलते सैनेटाइजर्स काफी ज्लवनशील होते हैं। इसलिए हैंड सैनेटाइजर्स का इस्तेमाल आग या ऐसे स्थानों पर नहीं करना चाहिए। इसे उचित मात्रा में इस्तेमाल करना चाहिए और फिर सूखने देना चाहिए।”
कथितरूप से वह व्यक्ति किचन में अपनी चाबियां, मोबाइल फोन आदि को हैंड सैनेटाइजर से साफ कर रहा था, जबकि उसकी पत्नी खाना बना रही थी। गलती से कुछ सैनेटाइजर उसके कपड़ों पर गिर गया और उसकी गैस जैसे ही गैस चूल्हे तक पहुंची, उसके कपड़ों ने आग पकड़ ली। इस घटना में उसका चेहरा, गर्दन, सीना, पेट और हाथ जल गए।