मिशिगन यूनिवर्सिटी ( Michigan University Study ) के वैज्ञानिकों ने कई देशों के डेटा रिसर्च के बाद इस बात का दावा किया है। रिसर्च में सामने आया कि ब्राजील के बाद भारत में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले होंगे। बता दें कि ब्राजील दुनिया का दूसरा ऐसा देश है, जहां कोरोना से सबसे ज्यादा हाहाकार मचा हुआ है।
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मिशिगन यूनिवर्सिटी के बायोस्टैटिस्टिक्स के प्रोफेसर भ्रामर मुखर्जी ने कहा, आप कोरोना के पीक को नहीं देख सकते, इसे और आगे बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा, हमनें वेबसाइट से लंबी अवधि के अनुमान हटा दिए क्योंकि वे लोगों को डरा रहे थे। काश, मैं अधिक सकारात्मक हो सकता, लेकिन मुझे लगता है कि यह अगले कुछ महीनों में और कठिन होने वाला है।
लॉकडाउन ( Lockdown ) में कम हुआ प्रकोप
रिसर्च में सामने आया कि भारत में लॉकडाउन से कोरोना का प्रकोप कम था, लेकिन लॉकडाउन ने चार दशकों में भारत को पूर्ण-वर्ष के आर्थिक संकट की ओर धकेल दिया, जिससे लाखों बेरोजगार हो गए। लेकिन, कोरोना के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई। अब रोजाना 10,000 से अधिक की वृद्धि हो रही है। अमेरिका, ब्राजील और रूस के बाद भारत में कोरोना का प्रकोप सबसे ज्यादा है।
वाशिंगटन सेंटर फॉर डिसीज डायनेमिक्स, इकोनॉमिक्स एंड पॉलिसी के निदेशक रमन लक्ष्मीनारायण ने कहा, भारत में और अधिक लॉकडाउन रखने की जरूरत नहीं है। इसलिए कोरोना से निपटने के लिए अलग रणनीति बनानी होगी। उन्होंने कहा, हमें कोरोना के साथ जीन सीखना होगा, जब कि इसकी वैक्सीन नहीं आ जाती।