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ट्रंप की धमकी पर मोदी सरकार का जवाब, ‘पहले देश, फिर जहां ज्यादा जरूरत वहां करेंगे मदद’

locationनई दिल्लीPublished: Apr 07, 2020 11:56:01 am

Submitted by:

Kaushlendra Pathak

कोरोना संकट के बीच अमरीका और भारत आमने-सामने
‘हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन’ ( Hydroxychloroquine ) को लेकर ट्रंप ने पीएम मोदी को दी धमकी
अब मोदी सरकार ने अमरीका को दिया जवाब, कहा- ‘पहले देश, फिर जरूरतमंदों की मदद करेंगे’

coronavirus
नई दिल्ली। एख तरफ पूरी दुनिया कोरोना वायरस ( coronavirus ) की चपेट में है। अमरीका ( America ) से लेकर भारत ( India ) तक कोरोना वायरस के प्रकोप से जूझ रहा है। कोरोना संकट के बीच ‘हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन’ ( Hydroxychloroquine ) दवा को लेकर भारत और अमरीका आमने -सामने है। दरअसल, अमरीका ने भारत से हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा देने की मांग की है और ऐसा नहीं करने पर राष्ट्रपति ट्रंप ने कार्रवाई करने की धमकी दी है। हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा को लेकर मचे विवाद पर भारत के विदेश मंत्रालय ने जवाब दिया है। विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा कि पहले देश, फिर जहां जहां ज्यादा जरूरत होगी वहां दवा की सप्लाई की जाएगी।
विदेश मंत्रालय के नए प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ( Anurag Shrivastav ) की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पहले हमारी प्राथमिकता ये है कि जरूरत की दवाइयों का देश में भरपूर स्टॉक हो, ताकि अपने लोगों की जरूरतों को पूरा किया जा सके। इसी के चलते कई दवाइयों पर कुछ समय के लिए निर्यात पर रोक लगाई थी, लेकिन लगातार नए हालात को देखते हुए सरकार ने 14 दवाइयों से निर्यात की रोक हटा दी है। विदेश मंत्रालय का कहना है कि देश के अलावा जहां सबसे ज्यादा जरूरत होगी वहां इस दवा का सप्लाई किया जाएगा।
विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारत को पैरासिटामोल और हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का ध्यान इसलिए भी रखना है, क्योंकि कुछ पड़ोसी देश पूरी तरह से हम पर निर्भर हैं। ऐसे में उन्हें इन दवाई की इजाजत दी गई है। साथ ही जरूरत की दवाइयों की सप्लाई उन देशों को जरूर की जाएगी, जहां कोरोना वायरस की वजह से हालात ज्यादा खराब हैं। ऐसे में इस स्थिति को राजनीतिक रूप देना सही नहीं है। मंत्रालय का यह भी कहना है कि इस महासंकट के समय में हम उम्मीद करते हैं कि दुनिया एक साथ होकर लड़ेगी।
गौरतलब है कि अमरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि भारत ने अमेरिका के साथ बहुत अच्‍छा व्‍यवहार किया है और मैं समझता हूं कि इस बात के कोई कारण नहीं हैं कि भारत अमेरिकी दवा के ऑर्डर पर से बैन नहीं हटाएगा। उन्होंने कहा कि मैंने यह कहीं नहीं सुना कि यह पीएम मोदी का फैसला था। मैं जानता हूं कि उन्‍होंने इस दवा को अन्‍य देशों के निर्यात के लिए रोक लगाई है। मैंने उनसे बात की थी। हमारी बातचीत बहुत अच्‍छी रही। भारत ने अमरिका के साथ बहुत अच्‍छा व्‍यवहार किया है।
ट्रंप ने कहा कि जब मेरी पीएम मोदी से बात हुई थी तो उन्होंने कहा था कि इस दवा को अमरिका को देने पर विचार करेंगे। अगर वह दवा को अमेर‍िका को देने की अनुमति नहीं देते हैं, तो ठीक है लेकिन निश्चित रूप से जवाबी कार्रवाई हो सकती है और क्‍यों ऐसा नहीं होना चाहिए?’ ट्रंप के इस बयान से साफ स्पष्ट है कि अगर भारत अमरिका को हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन नहीं देता है तो वहां से जवाबी कार्रवाई हो सकती है। गौरतलब है कि मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी से लड़ने में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वाइन बेहद कारगर दवा है और भारतीय कंपनी सबसे ज्यादा इसका उत्पादन करती है।
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