देशभर में टोटल लॉकडाउन को लेकर सामने आई सबसे बड़ी खबर, सबसे पहले जान लीजिए पूरी बात बैठक में विस्तार से चर्चा के बाद निर्णय लिया गया कि राज्य सरकारें कोरोना संक्रमित मामलों वाले या इसके कारण जिन जिलों में मौत हुई है, उनमें केवल जरूरी सेवाओं को ही जारी रखने के निर्देश दें। यानी लोगों को जरूरी सामान मिलता रहे इसके लिए रोजमर्रा का सामान बेचने वाली, दूध, दवा, अस्पताल चालू रहेंगे।
बैठक के कैबिनेट नोट के अनुसार, “राज्य सरकारें स्थिति के आंकलन के आधार पर सूची का विस्तार कर सकती हैं। यह नोट किया गया कि कई राज्य सरकारों ने इस संबंध में पहले ही आदेश जारी कर दिए हैं।”
मुख्य सचिवों ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा गुरुवार को दिए गए ‘जनता कर्फ्यू’ के आह्वान पर अच्छी और सहज प्रतिक्रिया मिली है। दुनिया भर में 13,049 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और घातक वायरस ने अब तक 3.7 लाख लोगों को प्रभावित किया है। भारत में कोरोना वायरस प्रभावित लोगों की संख्या 324 हो गई है और छह मरीजों की मौतें हो चुकी हैं।
परिवहन पर प्रतिबंध कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए इस बात पर भी सहमति हुई कि अंतर-राज्य परिवहन बसों सहित गैर-आवश्यक यात्री परिवहन के प्रतिबंध को 31 मार्च, 2020 तक विस्तारित करने की तत्काल आवश्यकता है।
जनता कर्फ्यू के बीच गूंजी हर दिशा और पूरा देश, हर घर शंखनाद-थाली-ताली के सुरों से सजी शाम इसके अलावा, बैठक में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए जिसमें उपनगरीय रेल सेवाओं सहित 31 मार्च तक सभी ट्रेन सेवाओं का निलंबन शामिल है। हालांकि, माल गाड़ियों को इससे छूट दी गई है। इंटर स्टेट पैसेंजर ट्रांसपोर्ट को भी 31 मार्च तक निलंबित कर दिया जाएगा।