उन्होंने कहा कि दुनिया में 75 फीसदी मामले 10 देशों में अमेरिका और दक्षिण एशिया से हैं। महामारी से कई जगहों पर स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमा गई है। उन्होंने चेताया कि कोरोना का भीषण अप्रत्यक्ष प्रभाव पड़ सकता है। यूनाइटेड नेशन्स पॉपुलेशन फंड की एग्जेक्यूटिव डायरेक्टर नतालिया कनेम ने कोरोना महामारी को लेकर कहा कि महामारी के भीतर एक महामारी पैदा हो गई है।
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महिलाओं, नवजात शिशुओं पर पड़ेगा बुरा प्रभाव
टेड्रोस ने चिंता जताते हुए कहा कि इस महामारी का सबसे बुरा प्रभाव महिलाओं और नवजात शिशुओं पर पड़ेगा। इससे गर्भावस्था और प्रसव की जटिलताओं से मरने का खतरा बढ़ सकता है। डब्ल्यूएचओ ने महिलाओं, नवजात शिशुओं, बच्चों और युवाओं के लिए विशेष रूप से दिशानिर्देश जाारी किए हैं।
दक्षिण एशिया में विस्फोट की चेतावनी ( Coronavirus in South Asia )
डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी है कि दक्षिण एशिया में कोरोना का खतरनाक तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में घनी आबादी वाले क्षेत्र में महामारी के विस्फोट हो सकता है। डब्ल्यूएचओ हेल्थ इमर्जेंसी प्रोग्राम के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर माइकल रयान ने चेताया कि, भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान और दक्षिण एशिया के अन्य देशों में बीमारी का विस्फोट नहीं हुआ है, लेकिन इसका जोखिम बना हुआ है।