‘किस दिन निकाला ये भी तो बताओ’
अदालत ने वकील से पूछा कि इस याचिका में यह नहीं बताया गया है कि भगवान राम ने मां सीता को किस दिन घर से निकाला था। वकील चंदन ने अदालत में कहा, मैंने माता सीता को न्याय दिलाने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया है और मैं अदालत से सीता जी के लिए न्याय की भीख मांगता हूं। मैंने अपनी याचिका में रामायण की घटनाओं का विवरण लिया है।