वहीं, कोरोना ( Coronavirus in India ) से लड़ने के लिए हर राज्य और जिले अपने-अपने स्तर पर रणनीति बना रहे हैं। पहले राजस्थान के भीलवाड़ा में अपनाई गई रणनीति को देश भर में सराहा गया था।
अब केंद्र सरकार ने हरियाणा के करनाल जिले का विशेष उल्लेख किया है।
कोराना के मरीजों को नहीं होगी सांस लेने में दिक्कत, भारतीय वैज्ञानिकों ने बनाई खास डिवाइस
स्वास्थ्य मंत्रालय ने भीलवाड़ा, पुणे के बाद अब करनाल मॉडल की भी तारीफ की है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि करनाल जिले में अडॉप्ट वन होम के तहत लोग एक-एक परिवार को गोद लेकर मदद पहुंचा रहे हैं।
यह रहा खास-
1. एक परिवार को गोद लेने का कार्यक्रम- स्थानीय लोगों, उद्यमियों और विदेश में रहने वालों ने एक-एक परिवार को गोद लेने की जिले की योजना में जम कर सहयोग किया। इसके तहत 64 लाख रुपये जमा हुए और 13,000 गरीब परिवारों का ध्यान रखा जा रहा है। साथ ही प्रति दिन 90,000 खुराक भोजन का भी इंतजाम हो रहा है।
2. घरों में क्वेरैंटिन किए गए लोगों की निगरानी के लिए ‘करनाल लाइव ट्रैकर’ का उपयोग।
3. जरूरी सामान पहुंचाने के लिए ‘नीड ऑन व्हील’ ऐप का उपयोग किया जा रहा है।
कोविड—19: धारावी में कोरोना से तीसरी मौत, संक्रमित लोगों की संख्या हुई 14
दैनिक मीडिया ब्रीफिंग में, स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव, लव अग्रवाल ने कहा कि 473 लोग ठीक हो चुके हैं। नए मामलों और मौतों के साथ, भारत में पुष्टि किए गए मामलों की कुल संख्या 5,734 है, जबकि 166 लोग घातक वायरल संक्रमण के कारण दम तोड़ चुके हैं।
अभी देश में कुल 5,095 सक्रिय मामले हैं।
कोविड—19: मोहाली की 81 साल की महिला ने कोरोना को हराया, घर पहुंच कर साझा किया अनुभव