लॉकडाउन हटाने से फैल सकता है संक्रमण
द इंडियन एक्सप्रेस को दिए गए इंटरव्यू में डॉ पॉल ने बताया, मौजूदा हालात को देखते हुए लॉकडाउन हटाने का फैसला बेहद सोच समझकर लेना होगा, क्योंकि ऐसा करने पर संक्रमण के फिर से फैलने का खतरा बढ़ सकता है। उन्होंने कहा, अभूतपूर्व आर्थिक लागत और मुश्किल परिस्थितियों में लॉकडाउन से मिले लाभ को हम व्यर्थ जाने नहीं दे सकते। हमें वायरस को फैलने से रोकना होगा और सुनिश्चित करना होगा कि कोई नई समस्या सामने ना आए। जून और जुलाई में असली इम्तिहान होगा जब हम हमारे संकल्प का परीक्षण करेंगे।
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लॉकडाउन बेहद गंभीर विषय
डॉ पॉल ने बताया, 3 मई के बाद लॉकडाउन को हटाना बेहद गंभीर विषय है। इसके निर्णय से पहले चरणबद्ध और बारीक से निरीक्षण करना होगा। इस पर विचार किया जा रहा है कि इसे एक बार फिर आगे बढ़ाया जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि लॉकडाउन के चलते संक्रमण के मामले दोगुने होने की अवधि कम हुई है। मामले 3.4 दिन की बजाए 7.5 दिनों में हो रहे हैं। उम्मीद है कि लॉकडाउन को कुछ दिन और बढ़ाने से संक्रमण को रोकने में मदद मिल सकती है।
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स्वदेशी टीका बनाने की तैयारी
डॉ पॉल ने कहा, हम एक स्वदेशी टीका ( Coronavirus Vaccine ) विकसित करने के लिए सभी प्रयास कर रहे है। भारत वैक्सीन विकास और विनिर्माण के लिए वैश्विक केंद्र बनने का कोई अवसर नहीं खोएगा। बता दें कि डॉ पॉल AIIMS में पीडियाट्रिक्स के पूर्व प्रोफेसर है। इसके अलावा सरकार के कोविड 19 प्रबंधन योजना के क्रियान्वयन और निष्पादन में सबसे महत्वपूर्ण लोगों में से एक है।