दो संगठनों ने खुद को आंदोलन से अलग करने का फैसला लिया।
टिकैत ने कहा कि आंदोलन को कमजोर आदमी बीच में छोड़ता है।
वीएम सिंह
नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस पर निकाली गई किसान ट्रैक्टर रैली में बवाल के बाद किसान आंदोलन में फूट पड़ चुकी है। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के नेता वीएम सिंह ने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने अपने संगठन को इस आंदोलन से अलग करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि हम अपना आंदोलन यहीं पर समाप्त करते हैं। उनका संगठन इस आंदोलन से पूरी तरह से अलग हो रहा है।
नए कृषि कानूनों के खिलाफ अभय सिंह चौटाला ने हरियाणा विधानसभा से दिया इस्तीफा उधर भारतीय किसान यूनियन भानू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह ने आंदोलन से अलग होने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि वे मंगलवार को दिल्ली में हुई घटना से काफी दुखी हैं। ऐसे में घोषणा करता हूं कि अपने संगठन के धरने को खत्म करता हूं।
संयुक्त किसान मोर्चे के एक प्रमुख नेता वीएम सिंह से पूछा गया कि इस आंदोलन से वे अलग होंगे। उनको तो पहले ही मोर्चे ने खुद से अलग रखा हुआ है। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चे के तहत जो भी संगठन आंदोलन कर रहे हैं। वह शांतिपूर्वक अपना आंदोलन करते रहेंगे।
आंदोलन को कमजोर आदमी छोड़ता है टिकैत भाकियू के नेता राकेश टिकैत का कहना है कि वे पहले ही किसानों की सारी जिम्मेदारी ले चुके हैं। जिसे गाजीपुर छोड़ना है वह छोड़ दे। दो माह तक यहां क्यों डटे थे। जब पुलिस का डंडा पड़ा तो वे भाग गए। अब एफआईआर दर्ज हो गई तो आंदोलन छोड़कर भाग गए। आंदोलन को कमजोर आदमी बीच में छोड़ता है।