सेना की गाड़ी पर पथराव
जानकारी के मुताबिक जब पत्थरबाजों ने हमला किया तब जवानों की गाड़ी श्रीनगर से जम्मू की तरफ आ रही थी। तभी बनिहाल के पास सेना की गाड़ी की भिड़ंत हो गई। जिसके बाद पत्थरबाजों ने सीआरपीएफ की गाड़ी पर पथराव शुरू कर दिया।
सर्च टीम पर भी पत्थरबाजों ने साधा था निशाना
वहीं दूसरी ओर द्रबगाम में भी कुछ इस तरह की घटना सामने आई। दरअसल वहां गायब हुए जवान औरंगजेब को अगवा करने की खबर मिलते ही सेना ने पूरे इलाके को घर कर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। पुलवामा के हर गांव में सेना ने गहन छानबीन की लेकिन जवान का कोई पता नहीं चला। इस दौरान द्रबगाम में सेना की सर्चिंग टीम पर जमकर पत्थरबाजी हो रही थी। पत्थरबाज सेना के ऑपरेशन में खलल डालना चाहते थे लेकिन जब सेना ने लाठियां चलानी शुरू की तो पत्थरबाज भाग खड़े हुए। देर रात तक सेना जवान की तलाश कर ही रही थी कि गुसू गांव में औरंगजेब का मिलने की खबर मिली।
अपनी टीम के हीरो थे शहीद जवान औरंगजेब, कई खूंखार आतंकियों को उतारा था मौत के घाट
अपहरण के 12 घंटे बाद मिला शव
आपको बता दें कि 44वीं राष्ट्रीय राइफल्स के पूंछ निवासी जवान औरंगजेब को अगवा करने के 12 घंटे बाद आतंकियों ने उन्हें गोलियों से छलनी कर हत्या कर दी। उनका शव अपहरण स्थल से आठ किलोमीटर दूर पुलवामा के गुसू गांव में देर रात बरामद हुआ। बताया जा रहा है कि जवान के सिर और पैर पर कई गोलियों मारी गई थी। आतंकियों ने बर्बारता दिखाते हुए उनके चेहरे को भी बुरी तरह कुचल दिया था।