क्यों बढ़ रही कच्चे तेल की कीमतें?
उम्मीद जताई जा रही है आने वाले दिनों में कीमतों में और बढ़ोत्तरी हो सकती हैं। दरअसल ओपेक देशों ने कच्चे तेल का उत्पादन 1.8 मीलियन बैरल घटा दिया है जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेज की डिमांड बढ़ती जा रही है। इस वजह से तेल की कीमतों में बढ़ोत्तरी हो रही है। जानकारों के मुताबिक अगर कच्चे तेज के दाम बढ़ते रहे तो भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें अपने उच्चतम स्तर पर जा सकते हैं।
उम्मीद जताई जा रही है आने वाले दिनों में कीमतों में और बढ़ोत्तरी हो सकती हैं। दरअसल ओपेक देशों ने कच्चे तेल का उत्पादन 1.8 मीलियन बैरल घटा दिया है जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेज की डिमांड बढ़ती जा रही है। इस वजह से तेल की कीमतों में बढ़ोत्तरी हो रही है। जानकारों के मुताबिक अगर कच्चे तेज के दाम बढ़ते रहे तो भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें अपने उच्चतम स्तर पर जा सकते हैं।
नोटबंदी के एक साल बाद डिजिटल भुगतान बना नया हथियार एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम फिर से बढ़े
एक हफ्ते पहले एलपीजी सिलेंडरों के दाम में चार रुपए की बढ़ोतरी हो गई थी। इसके बाद सब्सिडी वाले 14.2 किलोग्राम के एलपीजी सिलेंडर की नई कीमत बढ़कर 495.69 रुपए हो गई थी। वहीं बिना सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर की कीमत 93 रुपए है। जिसके बाद अब इनकी कीमत 742 रुपए प्रति सिलेंडर हो गई। इसके पहले अक्टूबर में इन सिलेंडरों की कीमत में 50 रुपए का इजाफा हुआ था।
एक हफ्ते पहले एलपीजी सिलेंडरों के दाम में चार रुपए की बढ़ोतरी हो गई थी। इसके बाद सब्सिडी वाले 14.2 किलोग्राम के एलपीजी सिलेंडर की नई कीमत बढ़कर 495.69 रुपए हो गई थी। वहीं बिना सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर की कीमत 93 रुपए है। जिसके बाद अब इनकी कीमत 742 रुपए प्रति सिलेंडर हो गई। इसके पहले अक्टूबर में इन सिलेंडरों की कीमत में 50 रुपए का इजाफा हुआ था।