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करेंसी नोट से कोरोना वायरस के फैलने का खतरा ज्यादा! RBI ने किया खुलासा

locationनई दिल्लीPublished: Oct 06, 2020 01:08:29 pm

Submitted by:

Pratibha Tripathi

करेंसी नोट से कोरोना वायरस फैल सकता है
करेंसी नोटों के स्थान पर ज्यादा से ज्यादा डिजिटल भुगतान का उपयोग करना चाहिए

 Currency notes increase corona virus

Currency notes increase corona virus

नई दिल्ली। कोरोना महामारी का असर पूरे देश में तेजी से हो रहा है। लोग इस महामारी से बचने हर तरह का प्रयास करते हुए सावधानियां बरत रहे है। लेकिन कुछ चीजें ऐसी भी है जिसका उपयोग रोजमर्रा की जिंदगी में ज्यादा होने के चलते इससे दूरियां बनाना असमर्थ है जिससे कोरोना के फैलने के खतरे ज्यादा हो सकते है। अब यह बात सामने आई है कि नोट से कोरोना का संक्रमण फैलता है हालांकि, अब इस पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने स्पष्ट कर दिया है कि नोट से कोरोना फैलने का खतरा है। आरबीआई के मुताबिक, करेंसी नोट के माध्यम से किसी भी तरह का बैक्टीरिया या वायरस फैल सकता है।

कैट के सवाल पर आरबीआई का जवाब

नोट से फैल रहे कोरोना के वायरल को लेकर जब आरबीआई से सवाल पूछा गया तो आरबीआई ने इसका अप्रत्यक्ष रूप से उत्तर देते हुए बताया है कि लोगों को करेंसी नोटों से ज्यादा डिजिटल भुगतान का उपयोग करना चाहिए।

क्या था कैट का सवाल ?

इतना ही नही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी एक पत्र लिखकर इस बात को जानने की कोशिश की है कि करेंसी नोट से वायरस फैलता है या नहीं? वित्त मंत्रालय के इस सवाल के जवाब में आरबीआई ने मेल के माध्यम से बताया है कि करेंसी नोटों से वायरस फैल सकता है।

करेंसी नोटों द्वारा किसी भी प्रकार के बैक्टीरिया और वायरस के बहुत तेजी से फैलने की संभावना ज्यादा रहती है। इसलिए इस बात को देखते हुए लोगों के ज्यादा से ज्यादा डिजिटल भुगतान का उपयोग करना चाहिए।

आरबीआई ने किया खुलासा

आरबीआई ने यह सुक्षाव देते हुए कहा कि कोरोना वायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिए हर किसी के चाहिए कि अपने घरों में बैठकर ही मोबाइल बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग, कार्ड के जरिए ऑनलाइन डिजिटल भुगतान कर सकते है और करेंसी का उपयोग करने व एटीएम से नकदी निकालने से बच सकते हैं।

डिजिटल भुगतान पर मिले सब्सिडी

वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से अपील करते हुए कहा है कि डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए इंटेंसिव देने की योजना शुरू की जाए। डिजिटल लेनदेन के लिए लगाए गए बैंक शुल्क को माफ किया जाए और सरकार को बैंक शुल्क के बदले बैंकों को सीधे सब्सिडी देनी चाहिए। यह सब्सिडी सरकार पर वित्तीय बोझ नहीं डालेगी, बल्कि यह नोटों की छपाई पर होने वाले खर्च को कम कर देगी।

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