भारतीय मौसम विभाग ( IMD ) के मुताबिक तूफान कमजोर हो रहा है। अगले कुछ घंटों में ये काफी कमजोर हो जाएगा। वहीं कैमूर के रास्ते तूफान यास के बिहार में प्रवेश की तैयारी है। यही वजह है कि मौसम विभाग की ओर से बिहार के 10 से ज्यादा जिलों में येलो अलर्ट ( Yellow Alert ) जारी किया गया है। वहीं ओडिशा और पश्चिम बंगाल के 20 जिलों में अब भी रेड अलर्ट ( Red Alert ) जारी है।
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ओडिशा और बंगाल में Cyclone Yaas का कहर, तेज रफ्तार हवा और भारी बारिश के बीच देखिए तबाही का मंजर झारखंड में 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवाएं‘यास’ बुधवार देर रात झारखंड की सीमा में प्रवेश कर गया। मौसम विभाग के मुताबिक इस दौरान करीब 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं। वहीं कई इलाकों में भारी बारिश भी हो रही थी।
चक्रवात के कारण गुरुवार दोपहर तक तूफान के चलते कोल्हान इलाके में 90 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की आशंका है।
राज्य में लोगों को अगले 24 घंटे घरों में ही रहने को कहा गया है। कोल्हान प्रमंडल के पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला, पश्चिमी सिंहभूम, बोकारो के अलावा खूंटी एवं पश्चिमी सिंहभूम जिलों में निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
बिहार में येलो अलर्ट जारी
चक्रवाती तूफान यास से निपटने को तैयारी युद्धस्तर पर की जा रही है। खासकर दक्षिण बिहार के जिलों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। कैमूर के रास्ते इसके गुरुवार सुबह तक बिहार में प्रवेश की संभावना है।
तूफान का विशेष प्रभाव दो दिन यानी 27 से 28 मई तक रहेगा। इस दौरान राज्य में 40 किलोमीटर प्रति प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। कई इलाकों में तेज बारिश के साथ वज्रपात की आशंका है। मौसम विभाग ने इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया है।
ओडिशा- पश्चिम बंगाल में तबाही के बाद राहत काम शुरू
‘यास’ ने पश्चिम बंगाल में जमकर तबाही मचाई। करीब 1100 गांवों में बाढ़ आ गई। इसमें कम से कम 50 हजार लोग बेघर हो गए हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि तूफान ने 3 लाख से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचाया और करीब 1 करोड़ लोगों को प्रभावित किया है।
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बंगाल-ओडिशा में कहर बरपाकर आगे बढ़ा चक्रवात Yaas, गुरुवार सुबह पहुंचेगा झारखंड, अलर्ट जारी भारतीय नौसेना ने बताया कि विशाखापट्टनम से 7 भारतीय नौसेना की टीम (जिसमें 2 डाइविंग और 5 बाढ़ राहत दल शामिल हैं) ने CycloneYaas के बाद पश्चिम बंगाल के दीघा, फ्रासेर्गंज और डायमंड हार्बर में राहत अभियान चलाया जा रहा है।
वहीं, ओडिशा में भारी बारिश और समुद्र के पानी ने 120 गांवों को अपनी चपेट में ले लिया। कहा जा रहा है कि ज्यादातर इलाकों से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा दिया गया है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने तूफान से प्रभावितों के लिए अगले 7 दिन तक राहत सामग्री पहुंचाने की घोषणा की है।
ओडिशा के बालासोर, भद्रक, जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा सबसे ज्यादा प्रभावित हुए।