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पापा को बचाने के लिए मिले सिर्फ कुछ सेकंड, दरवाज़ा खुलते ही थम गई थी धरती

फोन पर उन्होंने दोनों से हाल-चाल जाना और कहा कि वे फांसी पर लटक कर आत्महत्या करने जा रहे हैं।

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Priya Singh

Dec 14, 2017

suicide

नई दिल्ली। सिर्फ कुछ सेकंड और चली गई जान। जी हां, ऐसा ही कुछ झारखंड की राजधानी में हुआ। यहां एक डीसी कार्यालय में कार्यरत एक शख्स ने फांसी पर लटक कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर दी। पूरा मामला थाना लालपुर के फ्रेंड्स कॉलोनी का है। मृतक की पहचान संजय झा के रूप में हुई है। संजय के परिजनों का कहना है कि आत्महत्या करने से ठीक पहले उन्होंने रात के करीब 11.45 बजे अपनी पत्नी और बेटे को फोन किया था। फोन पर उन्होंने दोनों से हाल-चाल जाना और कहा कि वे फांसी पर लटक कर आत्महत्या करने जा रहे हैं। इतना सुनते ही दोनों तुरंत संजय के रूप की ओर भागे, लेकिन संजय ने अंदर से दरवाज़ा बंद कर रखा था।

कुछ देर बाद काफी कोशिशों के बाद दरवाज़ा तोड़ दिया गया। लेकिन अफसोस कोशिश करने वाले सभी फेल हो गए। क्योंकि तब तक संजय इस दुनिया को अलविदा कह चुके थे। पत्नी ने अपना पति खो दिया था और बेटों ने अपना बाप खो दिया था। रोते-धोते उन्होंने पुलिस को फोन पर पूरी घटना की सूचना दी। जानकारी के मुताबिक संजय घर में ऊपरी मंज़िल पर सोते थे। जबकि उनकी पत्नी और बेटा नीचे वाले फ्लोर पर सोते थे। संजय के कुल तीन बेटे हैं। सबसे बड़ा बेटा दिल्ली में पढ़ाई करता है, बीच वाला बेटा रांची में है और छोटा बेटा उन्हीं के साथ रहता था। संजय डीसी कार्यालय में काम करते थे, उन्हें गोपनीय विभाग में नियुक्त किया गया था।

परिवार से पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि संजय पर ऑफिस के काम का बहुत बोझ रहता था। संजय के बेटे ने पुलिस को बताया कि उनके पिता दफ्तर के अत्यधिक काम से काफी परेशान रहते थे और कहते थे कि वो सुसाइड कर लेंगे। कई बार तो ऐसा भी होता था कि घर पहुंचने के बाद भी उन्हें रात-बिरात फोन करके ऑफिस बुला लिया जाता था।


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