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रक्षा राजनाथ सिंह ने जताई चिंता, बोले- कोरोना काल में घटा रक्षा उत्पादन

locationनई दिल्लीPublished: May 22, 2020 12:39:09 pm

Defence Minister Rajnath Singh का बड़ा बयान
Coronavirus के चलते Defence Production पर पड़ा असर

Defence Minister Rajnath Singh

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

नई दिल्ली। पूरा देश इस वक्त कोरोना वायरस ( coronavirus ) जैसी महामारी से जूझ रहा है। देशभर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 1 लाख 18 हजार के पार पहुंच चुकी है। वहीं 3500 से ज्यादा लोग इस घातक वायरस की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं। कोरोना का बुरा असर हर क्षेत्र पर पड़ा है। फिर चाहे वो नौकरी पेशा हों, कारोबारी हों या फिर अन्य हर क्षेत्र में कोरोना की मार पड़ी है। इसी कड़ी में देश का रक्षा उत्पादन भी अछूता नहीं है।
रक्षा मंत्री ( Defence Minister ) राजनाथ सिंह ( Rajnath Singh ) ने कहा है कि कोविड-19 ( Covid-19 ) महामारी की वजह से भारत के रक्षा उत्पादन पर इसका प्रतिकूल असर पड़ा है।
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रक्षा मंत्री ने कोरोना महामारी के खिलाफ राष्ट्र की लड़ाई में छोटे और लघु उद्योगों ( MSME ) की भूमिका की सराहना की। सिंह ने कहा कि SIDM ने रक्षा शोध संगठन DRDO की ओर से डिजाइन पर्सनल प्रोटेक्शन इकिवपमेंट के किट, मास्क , आदि का तेजी से निर्माण किया है।
कोरोना से कठिनाई में रक्षा उद्योग
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कोरोना महमारी का सीधा असर रक्षा उद्योग पर पड़ा है। रक्षा उत्पादन क्षेत्र भी कठिनाई के दौर से गुजर रहा है। रक्षा मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से देश के निर्माण क्षेत्र को सर्वाधिक नुकसान हुआ है।
इससे रक्षा क्षेत्र की सप्लाई चेन पर असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि रक्षा उद्योंगों के उत्पादों की एकमात्र खरीदार सरकार है।

पड़ोसी देशों की मदद करने में सक्षम
रक्षा मंत्री ने कहा कि पिछले दो महीने के भीतर न केवल हम इन उत्पादों के मामले में आत्मनिर्भर हुए बल्कि बल्कि हम अपनी पड़ोसी देशों की मदद करने की भी सोच सकते हैं।
सिंह ने कहा कि छोटे एवं लघु उद्योग भारतीय अर्थव्वयवस्था की रीढ़ बन चुके हैं औऱ इनकी वजह से भारत के सकल घरेलू उत्पाद में तेजी आती है इसलिये इनके विकास पर ध्यान देना सरकार की प्राथमिकताओं में से है।
रक्षा मंत्रालय के तहत आयुध कारखानों, सार्वजनिक उपक्रमों आदि से 8000 से ज्यादा छोटे एवं मझले उद्योग जुडे हैं। ये इन संगठनों के उत्पादन का 20 फीसदी योगदान करते हैं।

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